रेलकर्मियों ने काली पट्टी बांधकर किया काम

Post by: Manju Thakur

इटारसी। रेलवे के सैंकड़ों कर्मचारियों ने आज छोटे-छोटे डिपो में भी डीए नहीं देने के विरोध में काली पट्टी बांधकर ड्यूटी की। वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव के आह्वान पर पूरे जबलपुर जोन में छोटे-छोटे डिपो में जो भी रेलवे कर्मचारी थे उन्होंने काली पट्टी बांधकर ड्यूटी की।
उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेशों पर रेलवे कर्मचारियों को जो डीए महंगाई भत्ता मिलने वाला था, उस पर रोक लगा दी गई है किंतु महंगाई भत्ता और एम,ए,सी,पी यह दोनों ही चीजें रेलवे कर्मचारियों को उनके हक के स्वरूप मिलती है। यह न मिलने से सैकड़ों रेलवे कर्मचारी एवं सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारियों पेंशन धारियों पर बहुत प्रभाव पड़ेगा। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहा कि कोई भी किरायेदारों से किराया न लें, प्राइवेट कर्मचारियों को एडवांस पेमेंट दें और परेशान ना करे,ं इसी तारतम्य में केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ता ना देना शक के घेरे में आता है। इसी को देखते हुए आज इटारसी टीआरएस शेड में राजू यादव, सुरेश धूरिया के नेतृत्व में डीजल शेड में मनोज रैकवार, घनश्याम दुगाया के नेतृत्व में इंजीनियर विभाग में एमके अग्रवाल और सुधीर गौर के नेतृत्व में स्टेशन क्षेत्र में कामरेड केके शुक्ला, प्रदीप मालवीय और प्रीतम तिवारी के नेतृत्व में जितने भी कैडर के कर्मचारी कार्य कर रहे थे, उन्होंने काली पट्टी बांधकर कार्य किया। यह विरोध प्रदर्शन लगातार एक हफ्ते तक चलेगा। महामंत्री मुकेश गालव के आह्वान पर यदि लॉग डाउन के पश्चात भारत सरकार ने ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की बात नहीं मानी तो सैकड़ों रेलवे कर्मचारी कार्य नहीं करेंगे जिससे जो नियमित कार्य चल रहा है, वह भी बंद हो जाएगा।

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