इटारसी। खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने आज शहर के मिष्ठान केन्द्रों से मिठाई के नमूने एकत्र किए। एक जगह मटर एवं पनीर का सेंपल भी लिया। यहां मटर में हरा रंग मिला हुआ पाया गया। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मटर की प्रोसेसिंग मूल रूप से होनी चाहिए जो नहीं हुई थी।
रविवार को इटारसी शहर में खाद्य पदार्थों का नमूना निरीक्षण कार्य करने खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक और लीना नायक आए थे। टीम ने विशेष तौर पर मावा और मावा से बनी हुई मिठाइयों की जांच की। टीम ने गुरु कृपा कैटर्स जीन मोहल्ला में जांच की जहां से ऑनलाइन खाना ट्रेनों के लिए सप्लाई किया जाता है। यहां से मटर एवंं पनीर का नमूना लिया। श्री पावक ने बताया कि यहां मटर में रंग था जो मिला हुआ नहीं होना चाहिए था। मटर का प्रोसेसिंग मूल रूप में होनी होना चाहिए। इसी तरह से बाजार में रॉयल नमकीन का निरीक्षण कर लोंग सेव का नमूना लिया। राजस्थान स्वीट्स में निरीक्षण के दौरान मावा बर्फी और मगज का लड्डू का नमूना लिया, अन्य दुकानों में सपना स्वीट्स, अग्रवाल स्वीट्स, अग्रवाल मिष्ठान भंडार आदि का निरीक्षण किया। नोवेल्टी सेलिब्रेशन होटल से मिल्क केक का नमूना का नमूना लेकर भेजा है। श्री पावक ने कहा कि दीपावली के बाद भी लगातार इटारसी, होशंगाबाद, सिवनी मालवा तहसील में इसी तरह से कार्रवाई जारी रहेगी।