इटारसी। जिला हॉकी संघ ने गुरुवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर यहां गांधी स्टेडियम के पास मेजर ध्यानचंद चौराह पर हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के प्रति श्रद्धा प्रदर्शित की। संघ के सदस्यों के साथ ही हॉकी के खिलाडिय़ों ने खेल में मेजर ध्यानचंद के योगदान को याद किया।
जिला हॉकी संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र तोमर ने कहा कि आज हम हॉकी के जादूगर को याद कर रहे हैं। उन्होंने अपने जीवन में एक हजार से भी ज्यादा गोल दागे थे। जब वे मैदान में उतरते थे तो ऐसा लगता था कि गेंद उनकी स्टिक से चिपक गयी हो। श्री तोमर ने कहा कि उनको भारत रत्न देने की मांग देश में उठ रही है और वे भी इसका समर्थन करते हैं।
वरिष्ठ खिलाड़ी सर्वजीत सिंह सैनी ने कहा कि मेजर ध्यानचंद को फुटबाल मं पैले और क्रिकेट में ब्रैडमेन के समतुल्य माना जाता है। गेंद उनकी स्टिक में ऐसी चिपकती थी मानो वह जादुई स्टिक हो। हॉलेंड में एक बार उनकी स्टिक तोड़कर भी देखी थी कि कहीं इसमें चुंबक तो नहीं। उन्होंने युवा खिलाडिय़ों से मेजर ध्यानचंद से प्रेरणा लेकर खेल के प्रति समर्पण के लिए कहा।
हॉकी कोच कन्हैया गुरयानी ने कहा कि मेजर ध्यानचंद की शख्सियत के कारण ही उनके जन्मदिन को भारत का राष्ट्रीय खेल दिवस घोषित किया गया है। इसी दिन उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार दिये जाते हैं। भारतीय ओलम्पिक संघ भी ध्यानचंद को शताब्दी का खिलाड़ी घोषित कर चुका है। श्री गुरयानी ने भी मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग का समर्थन किया है।
इस अवसर पर वरिष्ठ खिलाड़ी एमके श्रीवास, साजिद मलिक, ललित ठाकुर, नगर पालिका के सभापति राकेश जाधव, हॉकी खिलाड़ी नितिन राज, मो. इदरीश, आरिफ खान, राजू हरदुआ, दीप हरदुआ, शफीक खान, रीतेश श्रीवास, शेख अमजद, जुबैर खान सहित अनेक खिलाड़ी मौजूद थे।