अपनों को बचाने में आर्थिक रूप से कंगाल हुए कई परिवार
बनखेड़ी। कोरोना संक्रमण (Corona virus) से हुई मौतों ने कई परिवारों को पूरी तरह तबाह कर दिया। सामाजिक संस्था सर्वोदय ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरोना से मृत हुए व्यक्तियों के परिजनों को मुआवजे की मांग की है। इस बीमारी से परिवारों ने अपने परिजनों को तो खोया ही है साथ ही आर्थिक रूप से भी लोग कंगाल हो गए कई परिवारों के सदस्य अस्पताल में इलाज के दौरान असमय मौत के मुंह में समा गए परंतु अस्पताल का भारी-भरकम बिल तो परिजनों को चुकाना ही पड़ा कई परिवारों ने तो एक से अधिक सदस्यों को भी खोया है वहीं कई परिवारों में घर का मुखिया और कमाने वाला सदस्य ही चला गया जिसके कारण परिवार के समक्ष गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। इलाज के लिए किसी ने गहने बेचे तो कोई गहरे कर्ज में डूब गया ऐसी स्थिति में कोरोना से दिवंगत हुए व्यक्ति के परिजन सरकार की ओर आर्थिक मदद हेतु टकटकी लगाकर देख रहे हैं। इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए शासन को कोरोना से मृत हुए व्यक्ति के परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता मुआवजे के रूप में देना चाहिए वैसे भी जब कभी कोई दुर्घटना में मरता है तो शासन मुआवजा के रूप में राशि प्रदान करता है कोरोना बीमारी भी लोगों के जीवन में एक दुर्घटना के रूप में ही आई है कोरोना से मृत हुए व्यक्तियों के परिवारों ने शासन से मांग की है कि महामारी में मृत व्यक्तियों के परिजनों को तत्काल मुआवजा प्रदान किया जाए कोरोना ऐसी बीमारी है जिससे परिवार के सदस्य को तो अपना शिकार बनाया ही है अपितु हजारों परिवारों को गरीबी रेखा के नीचे ला दिया है । लॉकडाउन के कारण लोगों का व्यापार व्यवसाय चौपट है। आय के कोई स्रोत नहीं हैं जितनी बचत थी वह बीमारी में लग गई सिर पर कर्ज चढ़ गया ऐसे में सरकार का यह दायित्व है की परिवारों को तत्काल मुआवजा प्रदान कर उन्हें इस गरीबी और विषम परिस्थिति से बाहर निकाले। प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री से अपेक्षा है कि इन परिवारों के बारे में गंभीरता से विचार कर कोरोना से मृत हुए व्यक्ति के परिवार को मुआवजा प्रदान करने की कृपा करें।