कोविड के बढ़ते मामलों को देख सिविल अस्पताल में किया मॉकड्रिल
इटारसी। देश में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को परखने के लिए आज मॉकड्रिल किया। जिला स्तर पर कलेक्टर ने जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया तो इटारसी में भी मरीज मिलने पर कितनी जल्दी उसे उपचार मिलेगा, इसका अभ्यास किया।
कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर मप्र स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल एवं जिला अस्पतालों में कोविड माकड्रिल का आयोजन करने के निर्देश दिए। आज सुबह डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल में सुबह माकड्रिल किया।
एबुलेंस में आया मरीज
पूर्व अभ्यास के तहत एक कर्मचारी को कोविड संक्रमित मानकर उसे अस्पताल की एबुलेंस में लिटाकर अस्पताल के मुख्य द्वार तक लाया गया। संक्रमण के डर से मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों एवं चिकित्सकों ने पीपीई किट, मास्क एवं ग्लब्स पहनकर उसे आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया।
यहां आते ही चिकित्सकों ने उसका आक्सीजन स्तर जांचा, शुगर-बीपी एवं पल्स देखने के बाद उसका इलाज प्रारंभ किया। माकड्रिल के दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरके चौधरी समेत सभी चिकित्सक मौजूद रहे।
डॉ. चौधरी ने बताया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों को लेकर माकड्रिल का आयोजन किया गया। उन्होंने कोविड नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को दिए।
डॉ. चौधरी ने बताया कि अस्पताल में कोविड वार्ड आरक्षित किया है, इसके अलावा यहां लगने वाले संसाधन जैसे कंस्ट्रेटर, आक्सीजन सिलिंडर, मास्क की उपलब्धता देखी गई है। अस्पताल परिसर में बने केन्द्रीयकृत आक्सीजन संयंत्र को भी पूर्व में चालू कर देखा गया है, इसका आपरेशन करने वाले कर्मचारियों को मशीनों की जांच के लिए कहा गया है। मॉकड्रिल में मरीज के भर्ती होने से लेकर उपचार देने तक की पूरी विधि प्रदर्शित की गई। बिस्तर क्षमता जिसमें प्रमुख रूप से आइसोलेशन बेड, आक्सीजन युक्त आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और वेंटीलेटर सहित बेड की संख्या की उपलब्धता एवं उपयोग देखा गया।
स्पताल में उपलब्ध मानव संसाधन, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, आयुष डाक्टर आशा कार्यकर्ताओं समेत पिछले कोविड में सक्रिय फ्रंटलाइन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने को कहा गया है। गंभीर मामलों के प्रबंधन के लिए चैटिलेटरी प्रबंधन प्रोटोकाल में प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मचारियों को मुस्तैद रहने को कहा गया है। रेफरल सेवाओं में आधुनिक बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की उपलब्धता, अन्य एंबुलेंस की उपलब्धता (पीपीपी मोड के तहत या एनजीओ के साथ), काल सेंटर का प्रबंधन, कोविड जांच के लिए आरटीपीसीआर किट की उपलब्धता देखी है। कुछ माह पूर्व भी माकड्रिल की गई थी।