26 फरवरी के भारत बंद (Bharat Band) में व्यापारी एकजुट होकर विरोध करें
इटारसी। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) (Confederation of All India Traders) द्वारा 26 फरवरी के भारत व्यापार बंद व्यापारिक हितों के लिए है। वित्तमंत्री (Finance Minister) ने अपने बजट में बिना उल्लेख किये हुए कडे प्रावधान लागू किये हैं उनमें धारा 83 (1) में प्रस्तावित किया गया है कि कर अपवंचना के मामले में कर अधिकारी एक साल तक कंपनी और फर्म की संपत्ति बैंक खाते के अलावा असिस्टेंट डायरेक्टर, पार्टनर, कंपनी सेक्रेटरी, कर्मचारी, मैनेजर, सी.ए., एडवोकेट इनसे जुडे ऑडीटर, सलाहाकर सभी की संपत्ति और बैंक खाते प्रोवीजनल अटेमेंज कर सकते हैं। इस प्रकार के जो कानून जीएसटी के नाम पर बनाये जा रहे हैं। हम उसका भरसक विरोध करते हैं।
कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय राठी ने सभी व्यापारिक संगठनों, औद्योगिक संगठनों एवं अन्य वस्तु या सेवा कार्य करने वाले व्यक्तियों से अनुरोध किया हैं कि जीएसटी के कडे प्रावधानों के विरुद्ध एकमंच पर आयें। हमारा भारत व्यापार बंद किसी सरकार या व्यक्ति को चुनौती नहीं देता है। हमारा विरोध ऐसे प्रावधानों से है जो अधिकारियों को इंस्पेक्टर राज के लिए स्वतंत्रता प्रदान करते हैं। इसलिए 26 फरवरी का बंद आवश्यक है। यदि सरकार इन प्रावधानों में परिवर्तन करती है तो हम वित्तमंत्री का आभार मानेंगे।
कैट प्रदेश उपाध्यक्ष विजय राठी ने बताया कि सभी व्यापारिक संगठनों एवं औद्योगिक संगठनों से संपर्क कर इस बंद के लिए सहयोग मांगा जायेगा।