इटारसी। शहर में कोरोना वायरस(Corona Virus) के संक्रमण की दर 50 प्रतिशत से सीधे पांच प्रतिशत पर आ गयी है। आज केवल तीन लोग कोरोना वायसर से संक्रमित पाये गये हैं जबकि सिविल अस्पताल में आज 85 सेंपल लिए गये और पांच सेंपल भोपाल भेजे गये हैं। भोपाल भेजे गये सेंपलों की रिपोर्ट कब तक आएगी, यह निश्चित नहीं है।
डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल(Govt Hospital) के अधीक्षक डॉ.एके शिवानी(AK Shivani) ने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं और जो लोग अभी भर्ती होकर उपचार करा रहे हैं, उनकी सबकी स्थिति ठीक है। आज ही एक 85 वर्षीय बुजुर्ग भर्ती हुए हैं जो पूर्व से ही पैरालिसिस के मरीज हैं, उनकी स्थिति भी अभी ठीक है।
संक्रमण दर में आयी कमी
इसके लिए प्रशासन के प्रयासों, सामाजिक संगठनों के जागरुकता अभियान का नतीजा कहा जा सकता है। दरअसल, प्रशासन मानता है कि होम आईसोलेशन(Home Isolation) का कदम वापस खींचने से संक्रमण की दर कम हुई है।
आज एसडीओ राजस्व मदन सिंह रघुवंशी ने सिविल अस्पताल पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। रघुवंशी ने कहा कि दस दिन पूर्व तक की स्थिति को देखें तो हम पाएंगे कि सौ सेंपल में 50 पॉजिटिव केस मिल रहे थे। आज की स्थिति में सौ सेंपल में चार या पांच पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। यह सफलता होम आईसोलेशन व्यवस्था बंद करने से मिली है। होम आईसोलेशन का लोग पालन नहीं करके घूम रहे थे और संक्रमण फैला रहे थे। कई शिकायतें मिलीं और वे सत्य पायी गयीं। कुछ पॉजिटिव मरीजों के परिजन बाजार में दुकानें खोल रहे थे, उनको भी समझाईश दी गई। इन प्रयासों से यह सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि लोगों को शासन की गाइड लाइन का पालन करना चाहिए, मास्क लगाएं, सेनेटाइजर का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तो हम पॉजिटिव दर को शून्य तक पहुंचा सकते हैं। लोग पालन नहीं करते तो केस बढऩे लगते हैं। लोगों को भी समझदारी का परिचय देना होगा।
प्रशासन का होम आइसोलेशन समाप्त करना सही कदम है। लेकिन यह भी जरूरी है कि आम जन सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण को छिपाएं नहीं। अन्यथा कोरोना मरीज होने पर सही स्थिति का पता नहीं चलेगा। वह स्थिति और भी घातक होगी।