इटारसी। श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर इटारसी में चल रही श्रीराम कथा के सातवे दिन आचार्य नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भक्ति ऐसी करो कि भगवान आपके पीछे-पीछे चलने को तैयार हो जाये। विश्वामित्र की ऐसी ही भक्ति के परिणाम में भगवान स्वयं पीछे चल पड़े और यज्ञ रक्षा की।
उन्होंने कहा कि प्रतीक्षा यदि ईश्वर की जायेगी तो एक दिन भगवान जरूर पधारेंगे। अहिल्या ने भगवान की प्रतीक्षा की तो भगवान ने आकर उद्धार किया। जनकपुरी में जब भगवान वहां पहुंचे तो प्रेम नगरी बन गई। भगवान श्री राम के प्रेम में सारा नगर रंग गया। भगवान के दर्शन करने को नगर वासी अपना मकान काम धंधा आदि छोड़ कर दौड़ पड़े। इसके बाद पुष्प बाटिका प्रसंग और धनुष भंग और विवाह की कथा सुनाई गई। आयोजक श्रीमती कमला रामेश्वर प्रसाद कौशिक एवं विनीता आनन्द कुमार दीक्षित हैं।