474 वर्ष बाद पड़ रहा है रक्षा बंधन पर गज केसरी योग – आचार्य पं शिवराम शास्त्री

474 वर्ष बाद पड़ रहा है रक्षा बंधन पर गज केसरी योग – आचार्य पं शिवराम शास्त्री

बनखेड़ी। धर्म शास्त्र की माने तो इस वर्ष रक्षा बंधन पर्व बहुत कुछ अच्छा लेकर आ रहा है। आचार्य पं. शिवराम शास्त्री धर्मश्री ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केन्द्र बनखेड़ी द्वारा बताया गया कि यह त्यौहार ऐसे योग में पड़ रहा है जिससे सम्पूर्ण समाज एवं राष्ट्र का हित होगा।शास्त्रों के अनुसार रक्षा बंधन पर भद्रा तिथि को त्याज्य माना है,जो इस बार श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को नहीं हे राखी बांधने का शुभ मुहूर्त प्रातः 5:50 से सायं 06:03 बजे तक रहेगा।फिर भी सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त प्रातः 7:30 से 8:30 बजे तक रहेगा । इस मुहूर्त में राखी पूजन करना और बहनों के द्वारा भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बंधन करके उनके ललाट पर लाल रोली और चावल से तिलक करके उनके दीर्घ जीवन की कामना करना सभी के लिए कल्याणकारी होगा। प्रातः 8:30 बजे के उपरांत पंचक भी आरंभ हो जायेंगे।रविवार से आरंभ होने वाले पंचक को ज्योतिष मतानुसार रोग पंचक कहा जाता है।जब पंचक रविवार से आरंभ हों ऐसे समय में समाज में रोग बढ़ने की आशंका होती है तब सनातन मत से सभी के लिए आरोग्यता हेतु भगवान महामृत्युंजय की आराधना करना चाहिए। यह पर्व इस वर्ष गज केसरी योग में पड़ रहा है जो सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए कल्याणकारी सिद्ध होगा। इस दिन राज योग एवं शोभन योग भी रहेगा। इन योगों में रक्षा बंधन करना या कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करना घर परिवार में सुख शांति एवं वैभव को देने वाला होता है यह पर्व भाई -बहन के प्रेम और समर्पण का पर्व है। यह त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है । इस वर्ष पूर्णिमा पर बहुत ही शुभ सयोंग बन रहे हैं ,जो की भाई – बहन के लिए अत्यंत शुभ रहेंगे।रक्षा बंधन तिथि 22 अगस्त 2021 दिन रविवार पूर्णिमा तिथि प्रारंभ 21अगस्त 2021 दिन शनिवार सायं 06: 46 से 22 अगस्त 2021 दिन रविवार 04:51सायं तक इस शुभ मुहूर्त का उपयोग करके सभी धर्म प्राण जनमानस अपने जीवन में लाभ प्राप्त करें।।

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