इटारसी। नगर में आज सिखों के दसवे गुरु गुरुगोविन्द सिंघ का प्रकाश पर्व श्रद्धा के साथ मनाया। धर्म की रक्षा करते हुए मुगल शासकों से लोहा लेने वाले गुरू गोविंद सिंह की जयंती पर गुरूद्वारा गुरुसिंघ सभा में शबद कीर्तन एवं लंगर का आयोजन किया गया।
गुरू गोविंद सिंह ने हिन्दू धर्म एवं देश की रक्षा करते हुए मुगल शासकों के अत्याचारों का विरोध करते हुए पूरे परिवार को शहीद कर दिया। उनकी वीरता की याद में हर साल उनकी जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। परंपरानुसार गुरूद्वारे में पिछले तीन दिनों से धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा था। शुक्रवार को नगर कीर्तन भी निकाला गया। समापन अवसर पर सभी धर्मो के श्रद्धालुओं ने गुरूद्वारे पहुंचकर मत्था टेककर लंगर का प्रसाद चखा। जयंती पर सुबह से गुरूद्वारे में पाठ नित नेम साहब, कीर्तन रागी जत्थेदारों द्वारा पेश किया गया। गुरू ग्रह में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ रही। सभा अध्यक्ष
जसबीर सिंह छाबड़ा ने बताया कि रविवार को जयंती पर्व का समापन हुआ है। गुरू गोविंद सिंह जी ने चमकौर युद्ध के मैदान में दुश्मनों से लोहा लेकर मुगल सेना के छक्के छुड़ाए थे, आज भी उनकी वीरता की गाथा युवाओं में उत्साह का संचार करती है।