MUMBAI: सलमान खान (Salman Khan) की फिल्में उनके स्टारडम के कंधों पर सवार होती हैं। उनके मेकर्स यही तर्क देते रहे हैं कि उनके चाहने वालों को जो पसंद आता है, उसी के मद्देनजर फिल्म डिजाइन की जाती है। यह फिल्म ‘वॉन्टेड’ फ्रेंचाइजी (‘Wanted’ franchise) की है। उस फिल्म ने राधे जैसा लवेबल कैरेक्टर ऑडियंस को दिया। ठीक उसी तरह जैसे ‘दबंग’ से हमें चुलबुल पांडे मिला था। उन दोनों ही फिल्मों ने क्लास और मास दोनों को गुदगुदाया था। लेकिन उनके आगे के पार्ट का ध्यान और मकसद मास ऑडियंस तक सीमित रहा। यहां भी यही है। ‘राधे: योर मोस्ट वॉन्टेड भाई’ टिपिकल सलमान खान फैन को समर्पित किया गया है।
यहां भी सारे मसले और मसाले वहीं हैं, जो ‘दबंग’, ‘वॉन्टेड’ या ‘रेस’ फ्रेंचाइज में मौजूद रहे हैं। पहली ‘वॉन्टेड’ में इमोशन की अतिरिक्त मौजूदगी थी। यहां वह रस गुम है। पूरा फोकस मुंबई से ड्रग्स माफिया के सफाए पर केंद्रित है, जिसका सरगना राणा (रणदीप हुड्डा) है। अपनी गैंग के दो गुर्गों के साथ मिलकर उसने स्कूली बच्चों तक को ड्रग्स की लत लगा दी है। वह बेरहम है। उसे रोकने के लिए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट राधे (सलमान खान) को लाया जाता है। वह भी उसी बेरहमी से राणा को रोकता है। यह भी जरा खटकता है कि मुंबई जैसे बड़े शहर में तीन लोग ही मिलकर पूरा ड्रग्स सिंडिकेट चला रहे हैं।
बहरहाल, फिल्म एक्शन प्रधान है। कोरियन फाइट मास्टर मियॉन्ग हेंगे हेओ को ऑन बोर्ड लिया गया है। उन्होंने रोमांचक और स्लिक स्टंट डिजाइन किए हैं। यहां एक्शन रॉ रखा गया है। ‘रेस 3’ की तरह लैविश लोकेशंस पर बमबारी नहीं है। मुंबई की तंग गलियों में राधे और राणा की लुकाछिपी और एक्शन है। राणा के गुर्गे के रूप में गौतम गुलाटी का आउटर लुक प्रभावी है। क्लाइमैक्स में एक्शन है, जहां राधे पुलिस की गाड़ी समेत हवा में उड़ान भरने जा रहे हैलिकॉप्टर में एंट्री मारता है। इसका लैविश रूप लोगों ने ‘फास्ट एंड फ्यूरियस9’ के ट्रेलर में देखा है। विन डीजल इससे पहले भी ऐसा हैरतअंगेज स्टंट करते रहें हैं। सलमान खान ने पहली बार ऐसा कुछ आजमाया है।