धर्म और राजनीति के समावेश से ही रामराज

Post by: Rohit Nage

इटारसी। देश की बेहतर उन्नति और राष्ट्र निर्माण के लिए अच्छे चरित्र निर्माण के साथ ही है धर्म और राजनीति का बेहतर समावेश भी होना चाहिए। ऐसा होता है तो भारत में फिर से रामराज्य की कल्पना साकार हो सकती है।
उक्त विचार राष्ट्रभक्त मानस मर्मज्ञ सुश्री हेमलता शास्त्री (Hemlata Shastri) ने वृंदावन गार्डन (Vrindavan Garden) न्यास कॉलोनी में आयोजित श्री राम कथा समारोह में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत विश्व गुरु के रूप में स्थापित था जिसेे मुगलों और अंग्रेजों ने तार-तार कर दिया। हिंदू धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए गुरु गोविंद सिंह (Guru Gobind Singh) जैसे महान सपूत मिले जिन्होंने संस्कृति एवं राष्ट्र निर्माण के लिए पूरे परिवार का बलिदान कर दिया। गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जैसे अनेकों वीरों ने धर्म संस्कृति एवं राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। हम ये करें कि जो सैनिक देश की सीमा पर हम सब की रक्षा के लिए गोली खाने को तैयार रहें। गुरु गोविंद सिंह जी के सम्मान में देवी हेमलता ने पंजाबी संस्कृति का देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। संध्याकाल में राष्ट्रभक्ति का गीत मेरा रंग दे बसंती चोला प्रस्तुत किया तो समूचा कथा पंडाल देशभक्ति में झूम उठा। मंच पर भारत माता की सचित्र झांकी भी सजाई। एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी (SDM Madan Singh Raghuvanshi), संयोजक जसवीर सिंह छाबड़ा (Jasvir Singh Chhabra), जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष प्रमोद पगारे ( Pramod Pagare) ने कथा प्रवक्ता को साफा पहनाकर नागरिक सम्मान किया। इस सम्मान से अभिभूत हेमलता शास्त्री ने कहा कि मैं इटारसी की आभारी हूं, यहां धर्म के साथ राष्ट्रीयता का भाव भी अनुपम है और भक्ति के साथ ही शक्ति का भी सम्मान होता है।

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