इटारसी। नगर पालिका (Municipality) के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गये हैं। आज सुबह नगर पालिका कार्यालय (Municipality Office) के सामने सभी सफाईकर्मी एकत्र हुए और यहां से शिवसेना (Shiv Sena) नेता सुरेश करिया (Suresh Kariya) के नेतृत्व में एक रैली के माध्यम से अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए जयस्तंभ चौक (Jaistambh Chowk) पहुंचे।
नहीं चले कचरा वाहन
आज सुबह से शिवसेना नेता सुरेश करिया ने ओवरब्रिज (Overbridge) के नीचे नगर पालिका के गैराज पहुंचकर गाडिय़ां लेकर निकल रहे ड्रायवरों से हड़ताल में शामिल होने को कहा और इसके बाद कर्मचारियों ने गाड़ी नहीं चलायी। आज किसी वार्ड में कचरा वाहन नहीं पहुंचे। जयस्तंभ पर रैली के बाद सभी सफाई कर्मचारी अपने-अपने घर चले गये।
लंबित मांगों को लेकर हड़ताल
दरअसल, सफाई कर्मचारियों का कहना है कि विगत कई महीनों से सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर ज्ञापन दिये हैं, केवल आश्वासन मिला है, सफाई कर्मचारियों की मांगें लंबित हैं, जिन पर कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है, इस कारण से हमने हड़ताल का निर्णय लिया है। जब तक कोई हल नहीं होता हड़ताल जारी रहेगी।
दोनों वक्त जयस्तंभ पर बैठेंगे
शिवसेना नेता और सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का नेतृत्व करने वाले सुरेश करिया का कहना है कि आज नगर पालिका से जयस्तंभ तक रैली निकाली है। कल से दोनों वक्त सुबह और शाम सभी सफाई कर्मचारियों के साथ जयस्तंभ चौक पर बैठकर धरना दिया जाएगा। जब तक कोई निराकरण नहीं निकलता प्रतिदिन यही किया जाएगा।
ये हैं कर्मचारियों की मांगें
- – 1-10 तारीख तक समय पर वेतन भुगतान होना चाहिए
- – रिटायर्ड कर्मचारियों के रिक्त पदों पर तुरंत भर्ती की जाए
- – तीस दिवस कर्मचारियों को कुशल/अर्धकुशल का वेतन
- – वर्षों से विनियमित कर्मचारियों को स्थायी किया जाए
- – कचरा गाड़ी कर्मचारियों को कुशल का वेतनमान मिले
- – कोरोनाकाल में योगदान वाले सफाई कर्मियों की पदोन्नति हो
- – 28 माह का ईपीएफ 2019-2022 जल्द से जल्द जमा हो
- – सफाई कर्मचारियों को समान कार्य, समान वेतन दिया जाए
इनका कहना है….
आज हमने नगर पालिका कार्यालय से जयस्तंभ तक रैली निकाली है। कल से दोनों समय जयस्तंभ चौक पर बैठकर धरना देंगे और मांगों के समर्थन में नारेबाजी की जाएगी।
सुरेश करिया, शिवसेना नेता
काम पर लौटें कर्मचारी
हमने सभी कर्मचारियों से कहा है कि हड़ताल का औचित्य नहीं है, क्योंकि सारी मांगें शासन स्तर की हैं, वहीं से निर्णय हो सकता है। सभी को काम पर लौटने को कहा है, नहीं लौटेंगे तो विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
हेमेश्वरी पटले, सीएमओ