इटारसी। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और मंडी में भारसाधक अधिकारी एमएस रघुवंशी (MS Raghuwanshi) ने आज दोपहर में कृषि उपज मंडी (Krasi Upaj Mandi) का औचक निरीक्षण का समर्थन मूल्य पर हो रही धान खरीदी व्यवस्था का निरीक्षण किया। यहां खरीदी गई धान के एक दिन देरी से उठाव पर उन्होंने नाराजी जतायी और डीएमओ (DMO) से दूरभाष पर बात कर व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा। उन्होंने मंडी की कैंटीन में जाकर व्यवस्था देखी। इधर व्यापारियों द्वारा उठाव में देरी पर सचिव ने 25 हजार का जुर्माना विभिन्न फर्मों पर किया।
एसडीओ राजस्व मदन सिंह रघुंवशी (SDO Revenue Madan Singh Raghuvanshi) ने आज गुरुवार को दोपहर कृषि उपज मंडी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों से भी बातचीत की। वहां के कामकाज पर किसानों से फीडबैक लिया। कैंटीन में खाने की गुणवत्ता,भोजन कूपन की जांच की और सफाई व्यवस्था देखी। कार्यालय में जाकर कामकाज की समीक्षा की। आज मंडी में आवक पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा कम रही।
उठाव में देरी पर डीएमओ से बात
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रघुवंशी ने जब मंडी परिसर का निरीक्षण किया तो खरीद स्थल पर बड़ी संख्या में धान के खरीदकर रखे गये बोरे दिखने पर उन्होंने जब सचिव उमेश बसेडिय़ा शर्मा और वहां खरीद कार्य कर रही समिति से जानकारी ली तो पता चला कि यहां खरीदे गये अनाज का उठाव एक दिन की देरी से हो रहा है। नियम से धान खरीदी के 24 घंटे के भीतर उठाव हो जाना चाहिए। उन्होंने वहीं से जिला विपणन अधिकारी से बातचीत कर परिवहन व्यवस्था में सुधार करने को कहा। उन्होंने कहा कि दिनभर की खरीद के बाद शाम को वाहन भेजकर परिवहन कराया जाए।
कैंटीन की व्यवस्था भी देखी
श्री रघुवंशी ने कृषि उपज मंडी में संचालित कैंटीन का भी निरीक्षण किया और यहां से किसानों को रियायती दर पर मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने कैंटीन के किचन में जाकर वहां सफाई व्यवस्था देखी और वहां बन रहे भोजन को जांचा। इस दौरान उन्होंने कुछ किसानों से बातचीत की। एक किसान ने कहा कि वह पूड़ी नहीं खा सकता, क्योंकि उसे पूड़ी खाने से परेशानी होती है। एसडीओ ने कैंटीन प्रबंधन ने किसान को दाल चावल उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि पूड़ी के साथ विकल्प भी रखें, और किसानों से कहा कि वे भी व्यवस्था में सहयोग प्रदान करें।
व्यापारिक फर्म पर लगा जुर्माना
कृषि उपज मंडी समिति के सचिव उमेश बसेडिय़ा शर्मा ने बताया कि व्यापारियों द्वारा खरीदी जा रही धान का उठाव भी उचित ढंग से नहीं हो रहा है। यहां भी खरीदी गयी धान को समय से उठाया जाए। कुछ फर्म जो धान के उठाव में देरी कर रही थीं, उन पर जुर्माना किया गया। आज कुछ फर्मों पर दस रुपए प्रति बोरा के मान से जुर्माना लगाया। इस तरह से अलग-अलग फर्मों पर कुल 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। दिल्ली के किसान आंदोलन बताकर कुछ किसानों ने देरी होने की दलील दी तो उनको कहा कि वे खरीदा गया माल, एक तरफ थप्पी लगाकर रखें, बीच में खड़े बोरे न रखे जाएं।