चिकमंगलूर के पास की दुकानों का पुनर्निर्माण होगा

Post by: Poonam Soni

इटारसी। यह तय हो गया है कि जयस्तंभ और चिकमंगलूर चौराह (Chikmagalur Choraha) के पास की दुकानों का पुनर्निर्माण होगा। इसके लिए व्यापारी भी सहमत हैं। लेकिन, किसी प्रकार का कोई व्यवधान न आये, इसके लिए अधिकारी अभी नियमों को खंगालेंगे और इसके बाद ही कोई कदम आगे बढ़ाया जाएगा। दुकानों के पुनर्निर्माण के लिए व्यापारी एकमत से सहमत हैं।
आज शाम को विश्राम गृह में विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा (MLA Dr. Sitasaran Sharma) से व्यापारियों ने मुलाकात की। इस दौरान चर्चा में एसडीओ राजस्व मदन सिंह रघुवंशी (SDO Revenue Madan Singh Raghuvanshi), मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले (Municipal Officer Hemeshwari Patel), नपा में विधायक प्रतिनिधि जगदीश मालवीय (MLA representative Jagdish Malviya), सांसद प्रतिनिधि राजा तिवारी (MP Representative Raja Tiwari), रोगी कल्याण समिति में विधायक प्रतिनिधि भरत वर्मा (MLA representative Bharat Verma) भी चर्चा में शामिल रहे। इस अवसर पर युवा नेता राहुल चौरे, गुरुप्रीत सिंघ बिन्द्रा सोनू, सन्नी छाबड़ा, शैलेन्द्र दुबे, कुलदीप रघुवंशी, प्रतीक शुक्ला सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे।

20210729 171931

दुकानदार किरायेदार हैं
दरअसल, जयस्तंभ से चिकमंगलूर चौराह के पास श्रीराम लॉज तरफ की दुकानों का दो दिन पूर्व छज्जा भरभराकर गिर गया था। अधिकारियों ने जब दौरा किया तो पाया कि कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है, इस काम्पलेक्स को तोड़कर पुन: बनाया जाना चाहिए। ऐसे में व्यापारियों की सहमति तो थी, लेकिन वे विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा से बात किये वगैर आगे नहीं बढऩा चाहते थे। आज उनकी विधायक ने बातचीत भी हो गयी। चर्चा के दौरान पता चला कि दुकानदारों के पास नगर पालिका में किराया जमा करने की रसीद के अलावा कोई कागज नहीं हैं। सीएमओ ने बताया कि ये नगर पालिका के किरायेदार हैं, दुकान मालिक नहीं।

ये भी विकल्प हो सकता है
दरअसल, नगर पालिका की संपत्ति पर किरायेदारी में कारोबार करने वाले दुकानदार स्वयं तो दुकानों का निर्माण नहीं कर सकते हैं, क्योंकि उनके पास मालिकाना हक नहीं है। इसके अलावा उनके पास किरायेदारी की रसीद के अलावा और कोई कागजात भी नहीं हैं। नगर पालिका की संपत्ति है, नपा चाहे तो दुकान बना सकती है। इसके अलावा दुकानदार चाहें तो वर्तमान दुकानों में ही पिलर खड़े करके छत डालकर अपना काम चला सकते हैं और नगर पालिका को कुछ प्रीमियम भी दे सकते हैं। लेकिन, अधिकारी हरेक विकल्प को वर्तमान नियमों के अनुसार देखना चाहते हैं कि मामले में क्या हो सकता है, तभी आगे बढ़ा जाएगा।

बैठक से पहले किया निरीक्षण
विश्राम गृह में व्यापारियों के साथ बैठक करने से पहले विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने भाजपा नेता जगदीश मालवीय, कल्पेश अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि राजा तिवारी, भरत वर्मा, राहुल चौरे आदि ने जर्जर काम्पलेक्स का निरीक्षण किया और हालात देखकर तय किया कि इसका पुनर्निर्माण होना बहुत जरूरी है।

इनका कहना है…
यह तो तय है कि दुकानों का पुनर्निर्माण होगा, चाहे वह किसी भी नियम के अंतर्गत हो। दुकानदार सभी राजी हैं, दुकानें जर्जर हैं और पिछले दिनों ही छज्जा गिरा है। अधिकारी अभी नियमों को देख रहे हैं, इसके बाद कुछ तय करेंगे।
डॉ.सीतासरन शर्मा (Dr. Sitasaran Sharma, MLA)

अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं, पहले हम नियमों को देख लें कि क्या हो सकता है। वैस नगर पालिका बना सकती है या नहीं, दुकानदार किस नियम के तहत निर्माण कर सकते हैं, यह सारी बातें दो से तीन दिन में क्लीयर होगा।
मदन सिंह रघुवंशी (Madan Singh Raghuvanshi, SDO Revenue)

Leave a Comment

error: Content is protected !!