इटारसी। मां नर्मदा महाविद्यालय इटारसी के बीएड एवं डीएलएड के छात्र अध्यापकों का दल छिंदवाड़ा जिले की पातालकोट तथा तामिया जनजाति वातावरण का अध्ययन करने समस्त स्टाफ के साथ पहुंचा।
पातालकोट यात्रा का दृश्य बहुत मनोहारी था, रास्ते भर स्मरणीय दृश्य देखने मिले। इस पूरे रास्ते में अनेक पर्यटन स्थल हैं। जैसे अनहोनी का गर्म पानी का कुंड, देनवा रिसोर्ट, पाताल पानी का झरना से आगे बढऩे पर पातालकोट के 21 गांवों की कठिन यात्रा शुरू हुई। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अंतिम गांव तक सड़क बनाकर आम लोगों के लिए वहां तक पहुंचना आसान कर दिया। वहां के अभी आदिवासियों का अनपढ़ व अंधविश्वास का निर्माण करना पुरानी बात हो चुकी है। हर गांव में स्कूल, आंगनबाड़ी है।
आदिवासियों के हाथ में मोबाइल हैं। लगभग हर सदस्य के पास मोटरसाइकिल है। परंतु आज भी भोजन के लिए मोटे अनाज पर निर्भर है। सादा जीवन उच्च विचार उनका मूल मंत्र है। सभी को ऐसा लगा कि मध्यप्रदेश के स्वर्ग में आ गए हैं। इस प्रकार मां नर्मदा महाविद्यालय समूह की यात्रा का समापन मां नैना देवी तामिया के अभूतपूर्व दर्शनों के साथ हुआ।