भोपाल/इटारसी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ राजनीति से प्रेरित एफआईआर (FIR) दर्ज कराई जाना मुख्यमंत्री और भाजापा सरकार की कोरोना और ब्लैक फंगस पर नाकामी छिपाने का प्रयास है।
उक्त आरोप मप्र कांग्रेस कमेटी लीगल सेल के सचिव रमेश के साहू एडवोकेट इटारसी (itarsi) ने प्रदेश सरकार पर लगाए।
श्री साहू ने सासंद और पूर्व एडिसनल एडवोकेट जनरल विवेक कृष्ण तनख़ा के ट्वीट के हवाले से बताया की केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर किए हलफनामे के पैरा 33 में इसे इंडियन डबल म्यूटेंट स्ट्रेन (Indian Double Mutant Strain) बताया है। जब इसी बात को कमलनाथ ने कहा तो उन पर विधि विरुद्ध तरीके से एफआईआर कराना कोविड और ब्लैक फंगस मामले में सच्चाई छिपाकर नाकामी छिपाना है।
श्री साहू ने पूछा है की मुख्य मंत्री बताए कि केंद्र का शपथ पत्र गलत है या उसी आधार पर सही बात कहने वाले विपक्ष के नेता कमलनाथ पर की गई एफआईआर?
श्री साहू ने सुझाव दिया कि समय रहते सरकार प्राथमिकी वापस लेना चाहिए एवं सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग बंद होना चाहिए अन्यथा कांग्रेस के पास न्यायालय और राजनैतिक विरोध सहित अन्य रास्ते खुले हैंं।