इटारसी। मुस्कान संस्था के बालिकागृह में रह रही एक नाबालिग गर्भवती युवती का प्रसव चिकित्सकों की टीम द्वारा एसडीएम की अनुमति से कराया गया। युवती ने नाबालिग उम्र में प्रेम विवाह किया था। वर्तमान में उसको पति जेल में है। परिजनों ने अपने पास रखने से इनकार कर दिया था। इसलिए सीडब्ल्यूसी हरदा ने युवती को मुस्कान बालिका गृह भेजा था। कम उम्र में प्यार होने के बाद नाबालिग युवती ने अपने ही समाज के एक युवक से परिजनों से दूर जाकर विवाह कर लिया था, युवती के लापता होने के मामले में परिजनों द्वारा थाने में जाकर शिकायत की गई थी। जब पुलिस ने नाबालिग और उसके प्रेमी को खोज निकाला, तब परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
जेल जाने के पहले ही नाबालिग गर्भवती थी, इसलिए परिजनों ने उसे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया था। तब सीडब्ल्यूसी हरदा ने उसे मुस्कान बालिका ग्रह में आश्रय के लिए भेजा था। संस्था के संचालक मनीष ठाकुर द्वारा बताया गया कि युवती अभी 17 वर्ष की है, इसलिए नाबालिग का प्रसव कराना आसान नहीं था। इसलिए एसडीएम टी प्रतीक राव को संस्था द्वारा पत्र लिखकर संबंधित जानकारी दी गई। तब एसडीएम श्री राव ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरके चौधरी को नाबालिग की डिलेवरी कराने के लिए पत्र लिखा गया।
एसडीएम की अनुमति मिलने से अस्पताल प्रबंधक के मार्गदर्शन में चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ की टीम द्वारा मंगलवार को नाबालिग की सुरक्षित डिलेवरी कराई गई। अधीक्षक डॉ. श्री चौधरी के अनुसार नार्मल डिलेवरी हुई है। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हंै। वहीं संस्था संचालक मनीष ठाकुर ने कहा कि नवजात शिशु के आने से उनकी संस्था में रोनक आ गई है। जब तक युवती 18 वर्ष की नहीं हो जाती तब तक वह संस्था में ही रहेगी। बच्चे का लालन पालन भी संस्था द्वारा ही किया जाएगा।