- संत मीराबाई की 525 वीं जयंती पर इटारसी में कला धरोहर श्रृंखला का समापन
- संगीत नाटक अकादमी नयीदिल्ली ने कला धरोहर श्रंखला के तहत किया आयोजन
- नगर पालिका अध्यक्ष ने संगीत नाटक अकादमी से फिर से देशज कराने को कहा
इटारसी। संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली द्वारा संत मीरा बाई की 525 वीं जयंती के उपलक्ष्य में पूरे भारत में ‘कला धरोहर’ श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। इटारसी में दो दिवसीय कला धरोहर श्रंखला का आज समापन हो गया। यह दो दिवसीय आयोजन पीएमश्री शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरजगंज में सफला से संपन्न हो गयी।
दोनों दिन दोपहर 12 से शाम 3 बजे तक छात्राओं, शिक्षकों और गणमान्यजनों ने कथक नृत्य की प्रस्तुति का भरपूर आनंद उठाया और कथक के विषय में बेहद महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। कार्यशाला में जबलपुर की प्रसिद्ध कथक नर्तक शालिनी खरे ने संत मीरा बाई पर आधारित कथक नृत्य की बुनियादी जानकारी छात्राओं को प्रदान की एवं उसके पश्चात अपनी कत्थक नृत्य की खूबसूरत प्रस्तुति दी। बड़ी संख्या में छात्राओं ने तालियां बजाकर स्वागत किया। शिक्षक दिवस होने के कारण स्कूल की शिक्षिकाओं ने भी नृत्य में बड़े उत्साह से भाग लिया।
समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि इटारसी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे रहे। उन्होंने अपने भाषण में इस समारोह की भूरी भूरी प्रशंसा की एवं कहा कि भारत सरकार पूरे भारत वर्ष में सांस्कृतिक प्रोग्राम के माध्यम से बच्चों में भारत की संस्कृति से उन्हें परिचय कराने का कार्य कर रही है, यह एक अच्छा कार्य है। साथ ही संगीत नाटक अकादमी से आग्रह किया कि इटारसी की जनता इटारसी में हुए देशज समारोह को दोबारा कराने की मांग कर रही और इस हेतु इटारसी नगरपालिका भरपूर सहयोग प्रदान करेगी।
जैसा कि विदित है कि अकादमी ने वर्ष 2019 में देशज समारोह का आयोजन किया था जिसमें हजारों की संख्या में दर्शकों ने इसका आनंद लिया था। इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि जसवीर छाबड़ा और स्कूल के प्राचार्य ने कला धरोहर श्रंखला के लिए पीएमश्री शासकीय कन्या माध्यमिक शाला का चयन करने पर संगीत नाटक अकादमी का धन्यवाद दिया साथ ही सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली अधिकारी एवं कला धरोहर श्रृंखला के प्रभारी प्रवीण दुरेजा ने स्कूल के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को भरपूर सहयोग हेतु धन्यवाद प्रदान किया।