इटारसी। रक्षाबंधन (Rakhabandhan) पर जब बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो भाई रक्षा का वचन तो देता ही है साथ ही अपनी बहन को उपहार ही देता है। लेकिन, जब उपहार अमूल्य हो तो फिर वह रक्षाबंधन भी ताउम्र यादगार हो जाता है। ऐसा ही यादगार रक्षाबंधन इस बार अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद के परिवार के लिए रहा है। विवेक को मिला ब्रांज मैडल ही इस बार के रक्षाबंधन पर उनकी बहन के लिए सबसे बड़ा तोहफा रहा है।
विवेक सागर बताते हैं कि इस बार का रक्षाबंधन एक और मायने में खास रहा है। विवेक सागर का पूरा परिवार लगभग पांच वर्ष बाद एक साथ रक्षाबंधन पर मिला है। बीते पांच वर्षों में कभी भाई कहीं होते थे, तो कभी परिवार के अन्य सदस्य। यह पांच वर्ष में पहला अवसर आया है कि परिवार के प्रत्येक सदस्य एक साथ एक ही छत के नीचे रक्षाबंधन का पर्व मना रहे हैं। विवेक काफी खुश हैं कि वे रक्षाबंधन पर देश के लिए मैडल तो लाये लेकिन, अपनी बहन के लिए भी अमूल्य उपहार लाये।