इटारसी। शासकीय एमजीएम पीजी महाविद्यालय, इटारसी के वनस्पति एवं जैव तकनीक व बायोटेक विभाग के तत्वावधान में दस दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण का शुभारंभ वागबानी एवं खाद्य प्रसंस्करण मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से बीज प्रमाणीकरण एवं बागवानी अभ्यास विषय पर किया जा रहा है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश मेहता, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष, डॉ. नीरज जैन, महाविद्यालय विधायक प्रतिनिधि दीपक अठौत्रा, विषय विशेषज्ञ अंकित शर्मा, डॉ. आशीष शर्मा कृषि महाविद्यालय पवारखेड़ा एवं केके रघुवंशी एसडीओ केसला बागवानी विभाग उपस्थित थे।
विभागाध्यक्ष व प्राचार्य डॉ. मेहता ने विषय की प्रासंगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बीज में छुपे हुए उर्जा के महत्व को समझाया तथा बीज प्रमाणीकरण व बागवानी की विधियां छात्र-छात्राओं को जानना आवश्यक है। मुख्य अतिथि जनभागीदारी समिति अध्यक्ष, डॉ. नीरज जैन ने पौधों की तुलना सभी जीवों से करते हुए उपापचयी क्रियाओं सभी जीवों में समान होती है, इसलिए विद्यार्थियों को पौंधो की जीवन प्रक्रिया के बारे में जानना आवश्यक है एवं यह विषय छात्र/छात्राओं के लिए हितकर है। विधायक प्रतिनिधि दीपक अठौत्रा ने कहा यदि आप अच्छे खेती के उत्पाद का उपादन करते हैं तो यह अच्छी आय के अवसर है, जिसके लिए रेलवे के द्वारा माल आवागमन की सुविधाए उपलब्ध है।
विषय विशेषज्ञ अंकित शर्मा ने बीज प्रमाणिकरण विषय को विस्तार से बताया। इन विधियों से गोल्ड लेवल, सिल्वर लेवल तथा आधार बीज को बताया एक अच्छा बीज वह होता है जिसमें 12 प्रतिशत से कम नमी हो तथा गेहूं की उन्नत किस्मों जैसे शरबती, लोकमन आदि के बारे में बताया। सहायक प्राध्यापक डॉ. आषीष शर्मा ने बागवानी के विभन्न आयामो को समझाते हुए सब्जी फल मसाले औषधीय पौधो आदि के संवर्धन के बारे में बताया। बागवानी विभाग के केके रघुवंशी ने खाद्य प्रसंस्करण में पीओपी का अर्थ समझाते हुए पैकेजिस ऑफ प्रेक्टिसेस बताया। संयोजक डॉ.बस्सा सत्यनारायणा और डॉ. दिनेश कुमार तथा आयोजन सचिव अंकिता पांडे, दीक्षा पटैल, ज्योति चौहान, डॉ.शीलू सिंह एवं मीनू शर्मा थीं।