होशंगाबाद। नगर के आनंद नगर इलाके में एक एमबीबीएस डाक्टर ने अपने ही घर में अपने ड्रायवर की हत्या कर दी है। हत्या के बाद डाक्टर ने ड्रायवर के शव के छोटे-छोटे टुकड़े करके उनको एसिड में डालकर सबूत नष्ट करने की कोशिश की, लेकिन एक गुप्त सूचना पर उसका यह कृत्य उजागर हो गया। पुलिस डाक्टर के घर पहुंच चुकी है और मामले की जांच चल रही है। पुलिस ने शिनाख्त के लिए ड्रायवर की पत्नी को भी डाक्टर के घर बुला लिया। मृतक की पत्नी से पुलिस ने पूछताछ की है।
जिला मुख्यालय होशंगाबाद के आनंद नगर में यह सनसनीखेज घटना हुई है जहां एमबीबीएस डाक्टर सुनील मंत्री ने अपने ही ड्रायवर वीरू की हत्या करके आरी से शव को करीब पचास छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट दिया और सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से वह शव के टुकड़ों को एसिड में डाल रहा था। बताया जाता है कि डॉक्टर सुनील मंत्री सोमवार की शाम से ही आरी से शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर रहा था। वह अपने मकसद में पूरी तरह से कामयाब हो पाता, इससे पहले ही एक गुप्त सूचना पुलिस के पास पहुंची और संपूर्ण मामला उजागर हो गया। संपूर्ण मामले के पीछे कारण अवैध संबंध होना बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और मृतक ड्रायवर वीरू की पत्नी को भी शिनाख्त और पूछताछ के लिए ड्रायवर के घर बुला लिया है। डाक्टर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और उसके अनुसार मृतक ड्रायवर उनको ब्लेकमेल कर रहा था। ड्रायवर की दाढ़ में दर्द था। आईजी केसी जैन ने बताया कि ड्रायवर वीरू को डाक्टर मंत्री ने तीन फरवरी को अपने घर बुलाया और दाढ़ दर्द की दवा दी और बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद आपरेशन करने वाली ब्लेड से उसका गला काट दिया और इसके बाद आरी से उसके शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर दिए। डॉक्टर मंत्री ने अपने इकबाल-ए-जुर्म में कहा कि उसने वीरू के कपड़े इटारसी अस्पताल परिसर में पोस्टमार्टम रूम के पीछे फैके हैं। पुलिस को डॉक्टर के घर से करीब ढाई सौ लीटर एसिड की ड्रम और कुछ एसिड की बोतलों से भरे पैकेट भी मिले हैं। फिलहाल पुलिस ने अधिक खुलासा करने से इनकार किया है। जांच के बाद ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
अवैध संबंधों की आशंका
एसपी अरविंद सक्सेना ने घटनाक्रम की जानकारी में बताया कि सूचना मिली थी कि डाक्टर सुनील मंत्री की गतिविधियां संदिग्ध लग रही हैं। सूचना के आधार पर निगरानी लगायी तो पता चला कि यह किसी व्यक्ति के अंगों को काट रहा था। पूछताछ में डाक्टर ने अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि बालागंज होशंगाबाद निवासी वीरेन्द्र उर्फ वीरू पचौरी की पत्नी डॉ. सुनील मंत्री की पत्नी के साथ बुटिक का काम करती थी। इस बीच अप्रैल 18 में डा मंत्री की पत्नी की मृत्यु हो गयी, लेकिन वीरू की पत्नी ने बुटिक में आना बंद नहीं किया। वीरू को संदेह हुआ कि उसकी पत्नी और डाक्टर मंत्री के बीच अनैतिक संबंध हैं। वह डॉक्टर मंत्री को अपशब्द कहता था और ब्लेकमेल करने लगा था। इस बीच संभवत: प्लान के अनुसार डाक्टर सुनील मंत्री ने उसे बहलाकर अपने यहां ड्रायवरी करने के लिए राजी कर लिया। 3 फरवरी को वीरू उनको ड्यूटी पर इटारसी के सिविल अस्पताल ले गए जहां वह पदस्थ हैं। वीरू ने दाढ़ में दर्द होना बताया तो इटारसी सिविल अस्पताल में डेंटिस्ट से चेकअप भी कराया। कुछ दवाएं दी गईं, लेकिन वीरू ने कहा कि उसकी दाढ़ में दर्द ठीक नहीं हो रहा है। जब वे घर आए तो उसको डाक्टर सुनील मंत्री ने बेहोशी का इंजेक्शन लगाया और उसके बेहोश हो जाने पर आपरेशन करने वाली ब्लेड से उसका गला रेतकर हत्या कर दी। उसके बाद शाम को 5 से 6 बजे के बीच उसके शव को बाथरूम में ले जाकर आरी से टुकड़े-टुकड़े कर दिए। डाक्टर मंत्री ने पुलिस को बताया कि वह लगातार अपशब्द सुनकर और ब्लेकमेल होते-होते तंग आ गए थे, इसलिए यह
कदम उठाया।
इनका कहना है…!
डॉ. सुनील मंत्री सिविल अस्पताल इटारसी में पदस्थ है। सूचना मिली थी कि उनकी गतिविधि कल रात से ही संदिग्ध है, तो हमने निगरानी रखी थी। इस बीच पता चला कि डाक्टर किसी के अंगों को काट रहा था। पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया है।
अरविंद सक्सेना, एसपी