इटारसी। एससी-एसटी एक्ट के संशोधन के विरोध विभिन्न दलित संगठनों के संयुक्त भारत बंद के दौरान आज महज दो घंटे असर रहा। दलितों की बड़ी संख्या में एकजुटता देख, व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं। हालांकि जिन भी बाजार में दलित गए वहां दुकानें बंद रहीं, लेकिन उनके निकल जाने के बाद बाजार खुल गए। सुबह दस बजे से पूर्व विभिन्न संगठनों के सदस्य जयस्तंभ पर एकत्र होने लगे थे, इसके बाद सभी ने एकजुटता के नारे लगाते हुए बाजार में रैली निकाली।
इटारसी में मप्र सर्व जाटव संघ नर्मदापुरम संभाग के बैनर पर आज भारत बंद के समर्थन में जयस्तंभ पर धरना दिया। भारत बंद के विरोध में जाटव संघ के अलावा अन्य दलित संघ ने भी अपना समर्थन दिया है। जाटव संघ एवं अन्य दलित संघ के सदस्य बाजार क्षेत्र में घूमकर दुकान बंद कराते रहे। बड़ी मात्रा में आंदोलनकारियों को देख खौफ में पूरा बाजार बंद रहा। भारत बंद के आह्वान के चलते प्रशासन भी अलर्ट रहा। एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस अधिकारी विवाद की स्थिति निर्मित न हो इस पर नजरे बनाये हुए थे। अधिकारी लगातार आंदोलनकारियों के साथ गश्त करते रहे। बाजार में जगह जगह पुलिस बल तैनात रहा। बड़ी संख्या में आंदोलनकारियों की रैली में पुलिस कर्मी साथ-साथ चलते रहे।
कई जगह बंद करायी दुकानें
जय भीम के नारे लगाते हुए विभिन्न दलित संगठनों के पदाधिकारी और सदस्य बाजार में भूमकर दुकानें बंद कराते रहे। कुछ लोगों ने बंद के विरोध में दुकानें खोल ली थीं, जिन्हें भारी भीड़ ने जाकर बंद कराया। दलितों की भीड़ को देखकर जबरन बंद कराने का किसी ने भी विरोध नहीं किया और उनको दुकानें बंद करनी पड़ी। एक साथ इतनी बड़ी संख्या देखकर ज्यादातर व्यापारियों ने दुकानें खोलने का प्रयास भी नहीं किया।
महज दो घंटे बंद रहा बाजार
भारत बंद के आह्वान पर सुबह से बड़ी संख्या में दलित समाज के सदस्य बाजार में घूमते रहे तो खौफ में ज्यादातर दुकानें बंद रहीं और करीब सवा बारह बजे तक जयस्तंभ तक दलितों का आंदोलन चला, समुदाय के नेताओं ने अपने विचार रखे फिर कलेक्टर को ज्ञापन देने सामूहिक रूप से रैली निकालकर होशंगाबाद पहुंचे और बाजार खुल गया था। सुबह 10 बजे बाजार खुलता है, आज 12 बजे खुला, महज दो घंटे बंद रहा।