इटारसी। पत्नी को नर्मदा नदी में फैककर मारने के आरोपी की जमानत कोर्ट ने निरस्त कर दी है। मामला पिछले वर्ष का है जब आरोपी विजय सिंह भदौरिया ने पत्नी रीमा सिंह को नर्मदा के पुल से फैंककर हत्या कर दी थी। लंबे समय तक फरार रहने के बाद आखिरकार वह पुलिस के हाथ लगा और वह अभी जेल में है। उसके जमानत के प्रयास को आज कोर्ट ने जमानत नहीं देकर विफल कर दिया।
इटारसी थाना धारा 302, 304 बी 34 के अपराध में विगत 3 माह से मुख्य आरोपी विजय सिंह भदौरिया उर्फ हाथी जेल में है। उसके जमानत आवेदन पत्र की सुनवाई आज तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश इटारसी संजय पांडे की अदालत में की गई। प्रकरण में चार आरोपियों की जमानत उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा स्वीकृत की जा चुकी है। आरोपी ने समानता के आधार पर जमानत देने का अनुरोध अपने अधिवक्ता के माध्यम से किया था। शासन की ओर से अतिरिक्त जिला लोक अभियोजन अधिकारी भूरेसिंह भदौरिया ने जमानत आवेदन का विरोध किया। न्यायालय ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपी का जमानत आवेदन पत्र निरस्त किया है।
ये था मामला
21 अगस्त 2019 को इंदिरा सागर बांध के बैक वाटर के पास लोटिया गांव में एक महिला का शव मिलने की सूचना इटारसी पुलिस को मिली। रीमा की गुमशुदगी फिर शव मिलने की सूचना पर मायके पक्ष के लोग हंडिया पहुंचे। वहां के थाना प्रभारी एसएस बघेल ने हरदा जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष में भेजा। शव रीमा भदौरिया का निकला। उन्होंने बचपन से टूटी हुई ऊपरी दाढ़ से रीमा की पहचान की और पुलिस को बयान दिए। मायके वालों ने ही रीमा का अंतिम संस्कार किया जिसमें पति और ससुराल वाले नहीं पहुंचे। मायके पक्ष ने यह आशंका जताई कि रीमा की हत्या हुई है। हंडिया थाने से डायरी आने पर इटारसी पुलिस ने जांच में पाया 16 अगस्त को इटारसी की पोर्टरखोली क्षेत्र के कुछ लोगों ने विजय व रीमा को बाइक पर जाते हुए देखा था। आरोपी इटारसी के पोर्टरखोली इलाके में रहता था। परिवार में डेढ़ साल का पुत्र और 3 और 5 साल की दो पुत्रियां थीं। घटना वाले दिन 16 अगस्त 2019 को विजय सिंह भदौरिया पत्नी रीमा सिंह को सलकनपुर देवी दर्शन करने के बहाने घर से ले गया। दोपहर 12 बजे के बाद रास्ते में होशंगाबाद और बुधनी के बीच नर्मदा ब्रिज पर रुका और पत्नी रीमा को नर्मदा नदी का उफान दिखाने लगा। मौका पाकर जब ब्रिज पर कोई वाहन नहीं था तभी विजय सिंह ने रीमा को धक्का देकर गिरा दिया। वह उफनती नदी में जा गिरी।
शातिर आरोपी ने हत्या के बाद अगले दिन खुद थाने में पत्नी की गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। वह पोर्टरखोली के घर में ताला डालकर बच्चों को दादी के पास छोड़कर इटारसी से चला गया और मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया था। पुलिस ने भिंड जिले में उसके गांव और संभावित ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। प्रेमिका के मोबाइल की कॉल डिटेल से विजय का नए नंबर की लोकेशन पुणे, पनवेल व मुंबई के कुछ इलाकों में मिली। वह रेलवे स्टेशनों पर पहचान छुपाकर वेंडरी कर रहा था। आरोपी रिश्ते की साली के साथ मुंबई में रह रहा था। इटारसी रेलवे स्टेशन लौटा तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।