बह्मकुमारी बहनों ने कराया ध्यान

Post by: Manju Thakur

होशंगाबाद। मन की एकाग्रता के लिए आत्मा की आवाज, ऊर्जा सशक्त बनाती है। तनाव दूर करने के लिए ध्यान आवश्यक है। यह जीवन रक्षक मंत्र बैंगलोर से आई ब्रह्मकुमारी आश्रम छाया बहन ने बताए। उन्होंने कहा कि आत्मा के अंदर से प्यार लेने के लिए रात को सोने से पहले एवं सुबह उठकर ध्यान करना चाहिए। तनाव दूर करने के लिए हर दो घंटे में विश्राम कर फिर से कार्य आरंभ करें। उन्होंने कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को बताया कि दिन में पांच मिनट ध्यान करने से आपका दिन भर का तनाव छू हो जाएगा।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग चंद्रकांता सिंह ने छात्रावास के बच्चों द्वारा बनाए गए कागज के गुलदस्ते से स्वागत किया। इस अवसर पर एडीएम केडी त्रिपाठी एवं आदिवासी विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में सतीश भाई, छाया बहन बैंगलोर, सुनेहा बहन जयपुर, शोभा बहन दिल्ली, अभिलाषा बहन, वंदना बहन भोपाल, तुलसी बहन, सुनीता बहन आदि के साथ ही आनंद यादव, डीडी यादव, अल्का दुबे, विमला सेजकर, ममता पाठक, अंजलि दुबे, सीमा गौर, नीतू परते, दीवाली वर्मा, अंजना चौबे आदि उपस्थित थे।

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