मन से अहंकार मिटा दो राम मिल जाएंगे : तिवारी

Post by: Manju Thakur

इटारसी। मानव यदि मन से अहंकार मिटा दे तो राम सहज ही मिल जाएंगे। बहुतों के मन में अहंकार रूपी रावण विराजमान है, जिसे मिटा दिया जाए तो भारत में राम राज आ जाएगा। उक्त ज्ञानपूर्ण उद्गार संत भक्त पं. भगवती प्रसाद तिवारी ने गोकुल नगर खेड़ा में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा समारोह में व्यक्त किये।
श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह में उपस्थित हजारों श्रोताओं के समक्ष श्रीराम जन्म प्रसंग के माध्यम से श्री तिवारी ने कहा कि रावण तो अभिमान का सूचक मात्र है जिसे प्रभु श्रीराम ने समाप्त किया। हम सबके मन में भी जो रावण रूपी अभिमान जो कहीं ना कहीं छिपा बैठा है, उसे बाहर कर देंगे तो, त्रेतायुग जैसा राम राज्य इस युग में भी आ जाएगा। श्री कृष्ण जन्म प्रसंग के दौरान महामाया रूपी कन्या का वर्णन वर्तमान परिवेश में करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के नारे तो दे दिये जाते हैं लेकिन बेटियों की सुरक्षा के लिए जो व्यापक इंतजाम होना चाहिए, वह दिखाई नहीं देते। यहां तक कि कानून भी बेटियों के गुनाहगार को दंड देने में विभिन्न धाराओं में उलझा रहता है, अन्यथा निर्भया के गुनाहगारों को अब तक मृत्युदंड मिल गया होता। श्री तिवारी ने बेटियों से भी निवेदन किया कि वह अपने व अपने परिवार की मान मर्यादा के लिए संस्कार में रहे, कहीं भी अज्ञात स्थानों पर अकेले ना जाएं और ऐसा कुछ ना करें जिससे कि परिवार की प्रतिष्ठा धूमिल हो। इन ज्ञानपूर्ण प्रसंगों के साथ ही गोकुल नगर खेड़ा में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया। समूचे कथा पंडाल को वृन्दावन की तर्ज पर सुन्दर स्वरूप में सजाया। अंत में नंद घर आनंद भयो के मधुर भजन पर समूचा कथा पंडाल भक्ति में झूूम उठा। भक्तों को माखन, मिश्री व पंजीरी का प्रसाद वितरित किया। मुख्य यजवान संतोष यादव ने समस्त श्रोताओं की ओर से भगवान श्री बालकृष्ण को प्रसाद का भोग लगाकर प्रवचनकर्ता पं. भगवती प्रसाद तिवारी का स्वागत किया।

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