महिलाओं का हरितालिका व्रत, भजन कीर्तन कर बीतेगी रात

Post by: Manju Thakur

भूपेन्द्र विश्वकर्मा
इटारसी। महिलाएं आज हरितालिका तीज का त्योहार मना रही हैं। सुबह से ब्रह्म मुहूर्त में पूजा-अर्चना करके महिलाओं ने इस निर्जला व्रत को शुरु किया है। शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की पहली आरती के बाद कुछ महिलाओं ने केवल जल ग्रहण किया जबकि कुछ महिलाएं सारी रात गुजारने के बाद सुबह जल पीकर व्रत का समापन करेंगी। शहर के सैंकड़ों जगह पूजा के लिए फूलेरा बांध गया जिसमें भगवान को बिठाया गया है। देर रात तक जगह-जगह महिलाएं भजन कीर्तन करती रहीं जबकि मंदिरों में भी महिलाओं की टोली भजन करने पहुंची हैं।
इस दिन विवाहित महिलाएं और अविवाहित लड़कियां व्रत रखती हैं। इस दिन रखे गए व्रत को तीजा भी कहा जाता है। यह व्रत हिंदू पंचांग के मुताबिक भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को रखा जाता है। इससे एक दिन बाद गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। हरितालिका तीज का व्रत विवाहित महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य की कामना और अविवाहित लड़कियां अच्छे वर की कामना के लिए रखती हैं। शिव पुराण के मुताबिक माता पार्वती ने भी भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए यह व्रत रखा था। माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए काफी तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकर किया था। इस दिन महिलाएं बिना जल और खाने का सेवन किए हुए व्रत करती हैं। व्रत रखने वाली महिलाएं अगले दिन ही जल ग्रहण करती हैं।

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