सोहागपुर। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका दास यहां के शासकीय एसजेएल स्कूल में महिला मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अच्छी तरह से ट्रेनिंग लेकर बेहतर तरीके से मतदान केन्द्रों का संचालन कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं है। इसलिए इस निर्वाचन में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पिंक बूथ स्थापित कर उन केन्द्ंोस की संपूर्ण जिम्मेदारी महिलाओं को दी जा रही हैं।
पिंक बूथ में पीठासीन अधिकारी, पी1, पी2, पी3 सहित सुरक्षा कर्मी भी महिलाएं ही होगी। कलेक्टर ने उपस्थित महिलाओं से कहा कि वे पूर्ण आत्मविश्वास से निर्वाचन कार्य का संपादन करें। उन्होंने कहा कि आपके लिए मतदान केन्द्र पर ले जाने एवं मतदान सामग्री वापस जमा करने के बाद घर तक पहुंचाने विशेष वाहन की व्यवस्था होगी। पिंक बूथ की व्यवस्था ऐसी रहेगी कि महिला मतदान कर्मियों को वहां रात में रुकना नहीं पड़ेगा। उन्हें निर्वाचन के दिन सुबह वहां पहुंचकर अपना काम प्रारंभ करना पड़ेगा।
कलेक्टर ने प्रशिक्षणार्थियों से मतदान के संबंध में प्रश्न पूछे। मॉक पोल की प्रक्रिया सटीक एवं सहीं बताने पर प्रशंसा की। उन्होंने निर्वाचन के दिन मॉक पोल समय से प्रारंभ करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि मॉक पोल कराने के बाद सेक्टर अधिकारी को तत्काल रिपोर्ट करें। 5 बजने पर भी मतदान केन्द्र के बाहर कतार होने पर आखिरी मतदाता को नंबर अलॉट कर उसके बाद किसी को अंदर न आने दें। 5 बजने के पहले कोटवार के माध्यम से कम से कम तीन-चार बार मतदान का समय समाप्त होने के संबंध में घोषणा अवश्य कराएं। कलेक्टर ने ईवीएम एवं वीवीपैट मशीन निर्वाचन के दिन किन परिस्थितियों में बदली जा सकती इसके बारे में भी चर्चा की। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से महिला मतदान कर्मियों को निर्वाचन प्रक्रिया का विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया।