इटारसी। जनपद पंचायत होशंगाबाद के सरपंच संगठन के पदाधिकारियों ने आज अपर कलेक्टर जीपी माली (Additional Collector GP Mali) और जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम (Panchayat CEO Manoj Sariyam) से मुलाकात कर रेत और बजरी (sand and gravel) नहीं मिलने से पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्य में आ रही समस्याओं से अवगत कराया।
सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष एवं रूपापुर-चिल्लई पंचायत के सरपंच प्रदीप दुबे (Sarpanch Pradeep Dubey) ने बताया वर्तमान में पंचायतों में शासकीय निर्माण कार्य हेतु सुगमता से रेत एवं कच्ची सामग्री की उपलब्धता नहीं हो पा रही है जिससे पंचायतों के निर्माण कार्यों में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अत: पंचायतों को नजदीकी खदानों से रेत उपलब्ध करायी जाए जिससे निर्माण कार्य विधिवत रूप से पूर्ण कर सकें। इसके बिना मनरेगा का टारगेट ग्राम पंचायत स्तर पर पूरा नहीं हो पा रहा है। विगत २ माह से रेत की उपलब्धता नहीं होने से संपूर्ण शासकीय कार्य बंद पड़े हुए हैं जिससे पंचायत जनता एवं ग्रामीणों के हित के कार्य करने में अक्षम है। जिला सरपंच संघ ने डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया है कि शीघ्रता से सुगमता पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु प्रशासन के माध्यम से संपूर्ण जिले में आदेश हो और सभी पंचायतों में सुगमतापूर्ण रेत उपलब्ध हो सके ।
सरपंच कन्हैयालाल वर्मा (Sarpanch Kanhaiyalal Verma) ने कहा कि पंचायतों में विकास कार्य रेत और बजरी के अभाव में थम गये हंै। जनपद पंचायत द्वारा किसी प्रकार की मदद नहीं की जाती है। पूर्व में भी सरपंचों ने निर्माण कार्य के लिए रेत उपलब्ध कराने की मांग की थी, लेकिन उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिससे निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं। सरपंचों ने कहा कि कार्यकाल में समय कम बचा है, ऐसे में कार्य अधूरे न रहें, रेत उपलब्ध करायी जाए। पदाधिकारियों ने अधिकारियों को बताया है कि पंचायत सचिवों की ड्यूटी भोपाल चौराहे पर रेत चोरी रोकने के लिए लगायी है, उनको वहां से हटाने की मांग भी संगठन ने की है। अधिकारियों ने जल्द ही समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया है।