इटारसी। प्रदेश के अन्य शहरों से स्वाइन फ्लू से मौत की खबर के बाद अब जिले के लोगों को भी सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि इस खतरनाक रोग की दस्तक यहां भी हो चुकी है और ऑर्डनेंस फैक्ट्री कर्मचारी श्यामसुंदर गौर की भोपाल में स्वाइन फ्लू से उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक श्याम सुंदर आयुध निर्माणी के गैप सेक्शन में कार्यरत थे।
करीब आठ दिन पूर्व उनकी तबीयत खराब होने के बाद उनके परिजन उनको सीधे भोपाल ले गये जहां उनका उपचार पहले लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में चला और यहीं उनको स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि भी हुई। हालत में सुधार न होते देख उनको परिजनों ने एम्स भोपाल में भर्ती कराया गया था। उनकी लगातर बिगड़ती स्थिति को देखते हुए साथी कर्मचारियों ने उनको एयर एम्बुलेंस से मुंबई ले जाने की मांग प्रबंधन से की थी। उनको मुंबई ले जाया जाता इससे पहले ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद से आर्डनेंस फैक्ट्री कर्मचारियों में शोक की लहर है। जानकारी मिलने के बाद आर्डनेंस फैक्ट्री प्रबंधन उनके परिजनों के स्वास्थ्य जांच भी करा रहा है, ताकि पता चल सके कि उनमें तो कहीं स्वाइन फ्लू का संक्रमण नहीं आया है।
सर्दी, खांसी, बुखार को नजर अंदाज न करें
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रूस्तम सिंह ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, तेज सिरदर्द, गले की खराबी और सांस लेने में परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में परीक्षण करायें। परीक्षण में विलंब स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। परीक्षण में फ्लू पाये जाने पर चिकित्सक की सलाह के अनुसार दवा का पूरा कोर्स लें। गर्म तरल पदार्थ का अधिक से अधिक सेवन करें। नाक, आंख, मुंह का स्पर्श करने से पहले साबुन से हाथ धोयें। खांसते और छीकतें समय मुंह एवं नाक पर कपड़ा रखें। श्री सिंह ने कहा कि मौसम में आद्र्रता और ठंडक बढऩे से तमाम एहतियात के बावजूद देश एवं प्रदेश में स्वाईन फ्लू के प्रकरणों की संख्या बढ़ती जा रही है।
प्रदेश में एक जुलाई से अब तक स्वाईन-फ्लू के संदिग्ध 131 मरीजों के सेम्पल का परीक्षण किया जा चुका है। इनमें से 24 में स्वाईन-फ्लू की पुष्टि हुई है। एक जानकारी के अनुसार अब तक स्वाइन फ्लू से प्रदेश में मरने वालों की संख्या पांच हो गई है।