18 केन्द्रों को मॉडल आंगनबाडी बनायेगी हिन्दुस्तान कोकाकोला

Post by: Manju Thakur

होशंगाबाद। बाबई विकासखंड के महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना कार्यालय सभागार मे स्नेह सरोकार सम्मेलन आयोजित किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग तथा हिन्दुस्तान कोकाकोला प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा मिलकर इसका आयोजन किया गया। इसमे आंगनबाडी कार्यकर्ताओ तथा महिलाओं को स्वास्थ्य रक्षा टीकाकरण, बच्चों के सुपोषण, स्वच्छता एवं मॉडल आंगनबाडी के संबंध मे जानकारी दी गई। सम्मेलन मे हिन्दुस्तान कोकाकोला प्राइवेट लिमिटेड एवं स्वयंसेवी संस्था इण्डियन ग्रामीण सर्विसेज ने 18 आंगनबाडी केन्द्रों को गोद लिया। इन केन्द्रों का मॉडल आंगनबाडी केन्द्र के रूप मे विकास किया जायेगा। इनमे दर्ज सभी बच्चों तथा महिलाओ को 31 दिसम्बर तक कुपोषण से पूरी तरह से मुक्त करने का संकल्प लिया गया।
सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने कहा कि होशंगाबाद जिले मे महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अटल बाल पालक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें बच्चों को सुपोषित करने तथा कम वजन के बच्चों का वजन सामान्य करने के लिये आम जन से सहयोग लिया जा रहा है। जिले भर मे 300 से अधिक अटल बाल पालक आंगनबाडी केन्द्रों की सतत निगरानी तथा सहयोग करके बच्चो को सुपोषित करने का सराहनीय प्रयास कर रहे है। बाबई मे इण्डियन ग्रामीण सर्विसेज स्वयंसेवी संस्था तथा कोकाकोला कम्पनी द्वारा 18 आंगनबाडी केन्द्र गोद लिये गये है। इन्हें मॉडल आंगनबाडी केन्द्र के रूप मे विकसित करे। आंगनबाडी केन्द्र भवन मे बच्चो के लिये आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराये। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दिये जा रहे पोषण आहार के अतिरिक्त भी अन्य खाद्य सामग्री बच्चो को उपलब्ध कराये।
कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाडी केन्द्र के हर बच्चे को अपना बच्चा मानकर उसके सुपोषण के लिये लगातार प्रयास करें। बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिये 31 दिसम्बर की समय सीमा तय की गई है। इसमें न केवल 18 आंगनबाडी केन्द्र बल्कि पूरे बाबई विकासखंड के सभी आंगनबाडी केन्द्रो के बच्चो को कुपोषण से मुक्त कराये।
सम्मेलन में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास संजय त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्येक आंगनबाडी केन्द्र मे सुपोषण वाटिका का विकास किया जा रहा है। जिन केन्द्रों में जमीन उपलब्ध है वहां चुकंदर, पालक तथा गाजर लगाई जा रही है। गर्भवती महिलाओ के समय पर पंजीयन तथा नियमित जांच पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सम्मेलन मे कोकाकोला कम्पनी की प्रतिनिधि श्रीमती श्रद्धा बोस ने बताया कि कम्पनी द्वारा स्वयंसेवी संस्था इण्डियन ग्रामीण सर्विसेज के सहयोग से 18 आंगनबाडी केंन्द्रो को मॉडल आंगनबाडी केन्द्र के रूप मे विकसित किया जायेगा। सर्वे के दौरान आंगनबाडी केन्द्र मे आवश्यक संसाधन की जो कमी पायी जायेगी उसकी तत्काल पूर्ति की जायेगी। उन्होंने मॉडल आंगनबाडी विकसित करने के लिये प्रशासन एवं समुदाय द्वारा दिये जा रहे सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया।
सम्मेलन में मॉडल आंगनबाडी केन्द्र एवं उसकी गतिविधियों की जानकारी दी गई। सम्मेलन में जनपद अध्यक्ष बाबई बृजमोहन मीणा, नगर परिषद अध्यक्ष ओम उपाध्याय, तहसीलदार शिवानी पांडे, जनपद की मुख्य कार्यपालन अधिकारी पूनम दुबे, अटल बाल पालक, आंगनबाडी कार्यकर्ता तथा महिलाएं उपस्थित रही।

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