दो दिन में बिजली व्यवस्था में सुधार न आने पर होगा चक्काजाम

Post by: Rohit Nage

– बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव करके किसानों ने दी चेतावनी

इटारसी। आज की बिजली समस्या को लेकर एक दर्जन गांव के किसानों ने बिजली कार्यलय पीपल मोहल्ले का घेराव करते हुये जमकर नारेबाजी की। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों में बिजली की समस्या समाधान नहीं होता है तो किसानों द्वारा सोमवार को बिजली कार्यालय पीपल मोहल्ले में चक्काजाम किया जायेगा।

बिजली संकट को झेल रहे किसानों ने आज सब्र की सीमा खत्म होने पर किसान परिवार कल्याण संगठन द्वारा संचालित क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन के बैनर तले इटारसी डिवीजन के बिजली कार्यालय का घेराव किया। किसानों की मांग है कि बिजली विभाग ने जो 10 घंटे बिजली प्रदाय करने का समय दिया है, परंतु कभी तकनीकि खराबी, कभी कहीं फाल्ट आ जाने के कारण एवं कई अन्य कारणों से विद्युत प्रवाह अवरूद्ध होने की दशा में अवरूद्ध हुये समय को आगे बढ़ाकर बिजली अपूर्ति को पूरे 10 घंटे सुनिश्चित किया जाये। जहां रात्रिकालीन शिफ्ट हो कम से कम वहां कंपनी का एक लाइनमेन की ड्यूटी होना चाहिये और उसका मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया जाये जिससे आने वाले फाल्ट एवं अन्य समस्याओं का निदान तुरंत हो सके।

अक्सर रात में फाल्ट होने पर बिजली फाल्ट दिन में सुधारा जाता है जिससे कि किसान की वह रात वाली शिफ्ट का नुकसान हो जाता है, जिसकी भरपाई आप नहीं करते। सभी सब स्टेशन पर एक स्थाई कांटेक्ट नम्बर होना चाहिये जिससे कि किसान को बिजली संबंधी जानकारी मिल सके। अभी किसान इंतजार में खेत में बैठा रहता है, उसे पता नहीं चलता क्या हुआ है। रात्रि वाली शिफ्ट के दौरान दिन में एक बार लाइन टेस्ट कर के देख ली जाये जिससे फाल्ट होने की दशा में समय पर सुधार सकें और रात की शिफ्ट खाली ना जाये।

बारिश की कमी से सूख रही धान

धान उत्पादन के क्षेत्र में नर्मदापुरम का रकबा बढ़ रहा है। बंपर पैदावार और धान के लिए अनुकूल माहौल होने से यहां किसानों ने धान की खेती की तरफ कदम बढ़ाया है, लेकिन इस साल मानसून की बेरुखी नेे धान उत्पादक किसानों को मायूस कर दिया है। किसी तरह से बिजली आधारित मोटर पंप से सिंचाई कर फसल बचाने की उनकी मंशा पर बिजली विभाग पानी फेर रहा है। इस बार मानसूनी वर्षा की कमी के कारण धान के खेत सूखने लगे हैं। बिजली भी पर्याप्त नहीं, मिल रही है, ऐसे में न सिर्फ धान सूख रही, खेतों में भी दरारें दिखाई देने लगी हैं। क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह सोलंकी ने कहा कि क्षेत्र में इस बार 1718 और पूसा दो उन्नत किस्म की धान किसानों ने लगाई है। इसके लिए बिहार-उप्र के मजदूर बुलाकर रोपे कराए जाते हैं। इस बार बारिश न होने के कारण खेतों में दरारें पडऩे लगी हैं। अब धान के पौधे तेज धूप और पानी कम होने के कारण सूखने लगे हैं। किसानों के पास बिजली आधारित पंप और ट्यूबवेल का सहारा भी बिजली विभाग छीन रहा है। 10 घंटे की घोषणा की जगह मात्र 5-6 घंटे ही बिजली मिल रही है, ऐसे में लागत भी निकलना मुश्किल हो जाएगा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिन में व्यवस्था में सुधार नहीं आती है तो इटारसी स्थित बिजली विभाग के दफ्तर के सामने चक्काजाम किया जाएगा।

Leave a Comment

error: Content is protected !!