यहां होती है दुश्मन के दांत खट्टे करने वाले हथियारों की टेस्टिंग

Post by: Poonam Soni

सीपीई ने मनाया स्वर्ण जयंती समारोह

इटारसी। भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीनस्थ केन्द्रीय परीक्षण संस्थान इटारसी (सीपीई) ने आज गुरुवार को 50 वॉ स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया। आज स्वर्ण जयंती को अविस्मरणीय बनाने भारतीय डाक विभाग (Post Office) के मार्गदर्शन में एक विशेष आवरण का विमोचन सीपीई प्रांगण में किया गया।
आज स्वर्ण जयंती कार्यक्रम के दौरान गुणता आश्वासन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल आरके मल्होत्रा सहित सीपीई के आला अधिकारियों के साथ स्थानीय कर्मचारियों की भी विशेष उपस्थिति रही।

आत्मनिर्भर भारत के लिए योगदान
इस दौरान गुणता आश्वासन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल आरके मल्होत्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के आत्मनिर्भर भारत के अभियान में सीपीई इटारसी का अहम योगदान रहा है। सीपीई के ताकू प्रूफ रेंज में अत्याधुनिक हथियारों और रॉकेट की टेस्टिंग की जाती है। देश के दुश्मनों को मुंह तोड़ जबाव देने के लिए यहां पर गोला बारूद की टेस्टिंग की जाती है।

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नयी तकनीकि से हो रहा है कार्य
नई टेक्नोलॉजी के साथ ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। रेंज में गोला-बारूद टेस्टिंग एक रूम में बैठकर देखी जा सकती है। समय-समय पर टेस्टिंग का अपडेट्स भी किया जा रहा है। 1962 में भारत और चीन के युद्ध के बाद देश में स्वदेशी रक्षा आयुध के उद्योग के विकास के दृष्टिगत प्रफू फायरिंग रेंज की आवश्यकता को देख इटारसी में सीपीई की स्थापना की गई।

अत्याधुनिक हथियारों का परीक्षण
आज प्रूफ रेंज में अत्याधुनिक हथियार, राकेट जैसे के-9 बज्रा टैंक, टी-90, धनुष गन, सारंग गन, और पोखरण में पिनाका रॉकेट का परीक्षण किया जा रहा है। यह संस्थान तकनीकी परीक्षण के द्वारा देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। इस संस्थान को गौरवमय इतिहास को यादगार बनाने के लिए आवरण का प्रकाशन पोस्टल विभाग से किया गया।

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