इटारसी। विकलांग पिता के द्वारा मोटर साइकिल नहीं दिलाने पर दीपावली के 1 दिन पहले 16 वर्षीय मयंक चौरे पिता धनराज चौरे ने मजाक-मजाक में कीटनाशक दवाई पी ली। उसे परिवार के लोग और मित्र जन इटारसी के सरकारी अस्पताल में लेकर आए परंतु हालत गंभीर होने के कारण उसे नर्मदा अपना अस्पताल होशंगाबाद भेजा गया। उसने अंतिम सांसें नर्मदा अपना अस्पताल होशंगाबाद में ली। चिकित्सकों ने उसे बचाने के पूरे प्रयास किए लेकिन वह बच नहीं सका। 19 नवंबर को सायंकाल 5:30 बजे ग्राम पथरोटा से अंतिम संस्कार हेतु शांति धाम शमशान घाट गोकुल नगर खेड़ा इटारसी अंतिम यात्रा लाई गई। मृतक के भाई पीयूष चौरे ने मृतक का अंतिम संस्कार किया। ग्राम पथरोटा सहित आसपास के शुभ चिंतक, रिश्तेदार अंतिम यात्रा में शामिल हुए।