इटारसी। आधुनिकता और तकनीक विकास के कारण इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की उपयोगिता लगातार बढ़ती जा रही है और उनकी बढ़ती उपयोगिता हर किसी की आवश्यकता बनती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ लगातार विकसित होते उपकरणों के पूर्व में उपयोग किये उपकरण भी तेजी से अनुपयोगी या खऱाब होते जा रहे हैं।
ऐसे उपकरणों के लगातार अनुपयोगी और खराब होते जाने के कारण इनका कचरा भी बड़ी मात्रा में पैदा होता जा रहा है जिसका निपटान सामान्य विधियों से किया जाना संभव नहीं है। इसलिए इस प्रकार के कचरे या ईवेस्ट का खरीदार भी आसपास उपलब्ध नहीं होता है। इसी के मद्देनजर लायंस इंटरनेशनल ने ई-वेस्ट संग्रह की मुहिम क्लब के माध्यम से शुरू की है।
लायन डिस्ट्रिक्ट 3233 जी 2 डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डॉ अजय गुप्ता की टीम में शामिल एन्वायरमेंट चेयरपर्सन बीबीआर गांधी ने डिस्ट्रिक्ट 3233 जी 2 के समस्त क्लब अधिकारियों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में ई-वेस्ट संग्रह करने की दिशा में कदम बढ़ाएं। आमजन से अपील है कि वे अपने क्षेत्र के लायंस क्लब पदाधिकारियों को अपने घरों, दुकानों आदि से निकलने वाला ईवेस्ट दान करें।
डिस्ट्रिक्ट 3233 जी 2 पेरीफेरी कोर्डिनेटर अशोक लालवानी ने पेरीफेरी के समस्त क्लब सहित नर्मदापुरम जिले के लायंस क्लब के सदस्यों से अपील की है कि वे अपने क्लब के माध्यम से आमजन को ई-वेस्ट के कारण बढ़ते खतरे के प्रति आगाह करते हुए उनसे ईवेस्ट को लायंस क्लब्स को दान करने की अपील करें। गांधी और पेरीफेरी कोर्डिनेटर लालवानी ने कहा है कि जो भी व्यक्ति, दुकान या संस्था क्लब पदाधिकारियों को दान स्वरूप ईवेस्ट देंगे, उन्हें लायंस इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3233जी2 के माध्यम से पर्यावरण मित्रता का प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा।
संज्ञान हो कि ई-वेस्ट में अनुपयोगी हो चुके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बच्चों के खिलौने, गैजेट्स, कम्प्यूटर संबंधी उपकरणों का वेस्ट मटेरियल आदि शामिल हैं, इन्हें यदि गैर सुरक्षित तरीके से नष्ट करने का प्रयास किया जाता है तो ये पर्यावरण में मानव सहित सभी जीवों और प्रकृति के लिए अत्यंत घातक हो सकता है। लायंस इंटरनेशनल इस प्रकार के वेस्ट को उच्च तकनीक से निपटान करने की दिशा में काम कर रहा है। लायंस इंटरनेशनल क्लब्स के माध्यम से संग्रह किये गए ईवेस्ट को गंतव्य तक ट्रांसपोर्ट करने की जिम्मेदारी स्वयं उठा रहा है।