जिलाबदर बदमाश के साथ तीन और बदमाशों को पकड़ा
इटारसी। दयाल अस्पताल (Dayal Hospital) से जिन बदमाशों को पुलिस (Police) ने बीती रात पकड़ा है, उनके पास से पिस्टल (Pistol) मिलने की बात को पुलिस ने पूरी तरह से नकार दिया है। टीआई आरएस चौहान (TI RS Chauhan) का कहना है कि केवल चाकू जब्त हुए हैं। जहां तक सुपारी लेकर किसी को मारने की बात है तो अभी कुछ भी नहीं कह सकते, जब तक इनमें से फरार एक बदमाश को पकड़ नहीं लिया जाता या जिसे मारने की बात सोशल मीडिया (Social Media) पर की जा रही है, उससे बयान नहीं लिये जाते, सुपारी किलिंग जैसी बात करना ठीक नही है। बता दें कि मीडिया के सूत्र बताते हैं कि ये बदमाश अस्पताल में आये थे, राम अग्रवाल और एक गोलू नामक युवक से इनका आमना सामना हुआ और इन्होंने राम के सामने चाकू अड़ा दिया था। लेकिन, अस्पताल में विवाद नहीं करने का कहकर गोलू ने कहा, नीचे चलो। लेकिन चाकूधारी आईसीयू तक पहुंच गये। पुलिस के आने पर ये ऊपर से दयाल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में कूदे, लेकिन पुलिस ने इनको वहीं घेरकर पकड़ लिया।
पुलिस ने कहा, ये हुआ है
टीआई रामस्नेही चौहान (TI Ramsnehi Chauhan) का कहना है कि इन सभी बदमाशों की रंधावा वाली गली में घूमने की सूचना मिली थी। इनमें सौरभ कहार जिलाबदर है, इसे करीब पंद्रह दिन पूर्व भी पकड़कर कोर्ट में पेश कर जेल भेजा था, यह जमानत पर बाहर आया। कल फिर इसके कुछ लड़कों के साथ रंधावा वाली गली में होने की सूचना पर हमारी टीम गयी थी। ये वहां से भागे और दयाल हास्पिटल वाली गली में घुसे, सामने से हमारी दूसरी टीम थी जो मोटर सायकिल (Motor Cycle) पर गश्त पर थी। दोनों तरफ से घिरने के कारण ये दयाल हास्पिटल में चौथी मंजिल तक अपने को छिपाने के लिए भागे हैं। कुछ को पकड़ लिया, इनमें विष्णु भदौरिया जो वेंडर है, वह फरार हो गया है।
विष्णु और राम बताएंगे सही कहानी
पुलिस का कहना है कि किसी को मारने जैसी कोई कहानी नहीं है। यह सच है कि विष्णु भदौरिया और राम अग्रवाल के बीच विवाद है। हाल ही में इनके बीच कोई विवाद हुआ है या नहीं, यह विष्णु के पकड़ में आने के बाद उसके बयान से पता चलेगा या राम अग्रवाल के बयान से। इससे पहले कुछ भी कहानी बनाना ठीक बात नहीं है। दोनों में से कोई एक भी पुलिस के हाथ लगा तो सही बात सामने आने की उम्मीद की जा सकती है।
अस्पताल में नहीं हैं फुटेज
दयाल अस्पताल नये भवन में शिफ्ट हो चुका है, यहां अभी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन वहां के स्टाफ का कहना है कि अभी कैमरे इंस्टॉलेशन का काम चल रहा है, इसलिए कैमरे चालू नहीं हैं। मीडिया के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज मांगने पर अस्पताल के स्टाफ की ओर से यह जवाब मिला है।