- – खराब परीक्षा परिणाम देने वाले प्राचार्य एवं बीईओ पर की जाएगी कठोर कार्यवाही
- – कलेक्टर ने की स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं आईटीआई, डाइड के कार्यों की समीक्षा
नर्मदापुरम। कलेक्टर सोनिया मीना ने मंगलवार को जिले के स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, आईटीआई पॉलिटेक्निक कॉलेज एवं डाइट के कार्यों एवं परीक्षा परिणाम की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान पाया गया कि जिले में कुछ स्कूलों के कक्षा दसवीं एवं बारहवीं का परीक्षा परिणाम निराशाजनक एवं खराब था। वहीं कुछ स्कूलों का परीक्षा परिणाम बहुत ही अच्छा एवं शत प्रतिशत रहा है। कलेक्टर ने कहा कि जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम खराब रहा है उन स्कूलों के प्राचार्य एवं बीईओ पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम और बेहतर परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों के प्राचार्य एवं बीईओ को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।
बैठक में कलेक्टर ने सभी को हिदायत दी कि आगे से सभी अपने स्कूलों का परीक्षा परिणाम बेहतर करने की दिशा में जुट जाएं, यदि इसमें कोई कमी पाई जाएगी तो संबंधित पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। सोहागपुर एवं माखन नगर विकास खंडों के स्कूलों का परीक्षा परिणाम अत्यंत खराब रहा है, वही आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित ज्ञानोदय विद्यालय, जुझारपुर एवं केसला ब्लाक के कई स्कूलों का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा है रेगुलर मॉनिटरिंग के निर्देश दिए जिला शिक्षा अधिकारी डॉ बिसेन ने बताया कि खराब परीक्षा परिणाम वाले बीईओ की इंक्रीमेंट रोकने की कार्रवाई प्रगति पर है। बैठक में पीएम श्री स्कूल इटारसी के द्वारा की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की गई। स्कूल में डिजिटल लाइब्रेरी, ई ग्रंथालय स्थापित किया है।
बच्चों को खेल की विभिन्न गतिविधियां एवं लर्निंग के कोर्स कराए जाते हैं। हर टीचर को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है और सभी शिक्षकों की मॉनिटरिंग की जाती है। इस अवसर पर कलेक्टर ने स्कूल की पत्रिका सार्थक का भी विमोचन किया। स्कूल में योग, सेल्फ डिफेंस ट्राइबल आर्ट का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। कलेक्टर ने स्कूल चले हम अभियान की भी समीक्षा की। ब्रिज कोर्स के तहत जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते हैं उन्हें आठवीं पास कराने के बाद कक्षा नौवीं में प्रवेश कराया जाता है और यहां पर उनका शिक्षा का बेस मजबूत किया जाता है। विशेष मेहनत कर कोर्स को रिवाइज कराकर उन्हें विभिन्न प्रकार के टेस्ट दिलाया जाता है।
कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को विशेष तौर पर आईटीआई एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज के कोर्स की जानकारी दी जाए ताकि यहां एडमिशन लेकर बच्चे स्वरोजगार की ओर अग्रसर हों। जिले के 26 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की कक्षाएं चल रही है, जहां पर कंप्यूटर के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। बैठक में विद्यार्थियों को साइकिल वितरण एवं छात्रवृत्ति वितरण के संबंध में भी जानकारी ली। 4342 बालिकाओं को साइकिल की राशि का वितरण किया गया है। कलेक्टर ने निर्देश दिए की साइकिल वितरण में शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति की जाए। बैठक में लैपटॉप एवं स्कूटी वितरण के संबंध में भी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जानकारी प्रदान की गई।
आईटीआई के प्राचार्य ने बताया कि उन्होंने स्कूलों में जाकर बच्चों को आईटीआई में प्रवेश लेने के लिए समझाइश दी है। कुछ छात्रों ने सहमति भी व्यक्त की है। आईटीआई की सभी सीटें भरी जाएं डाइट के प्राचार्य ने बताया कि पचमढ़ी में शिक्षकों के प्रशिक्षण का शत प्रतिशत लक्ष्य है। कलेक्टर ने गर्मी में आयोजित किए जाने वाले समर कैंप का आयोजन बेहतर ढंग से से करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ बिसेन, जिला संयोजक द्विवेदी, डीपीसी एवं जिले के बीआरसी, बीईओ, डाइड, आईटीआई एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य, महाविद्यालय के प्राचार्य मौजूद थे।