इटारसी। जबलपुर-इटारसी रेलवे लाइन के किनारे दक्षिण बंगलिया में बसे कुछ परिवारों को रेलवे ने उजाड़ दिया। रेलवे का कहना है कि यह उनकी भूमि पर कब्जा करके बनाये मकान थे। रेलवे की इस मुहिम का विरोध भी हो रहा था।
विधायक ने पिछले दिनों कलेक्टर से उनको विस्थापित करने की मांग की थी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी इनसे मिलने आये थे और सबने आश्वासन दिया था कि कुछ करेंगे, लेकिन रेलवे ने किसी का इंतजार किये बगैर आज अतिक्रमण तोडऩा प्रारंभ कर दिया।
आज मंगलवार को दक्षिण बंगलिया में रेलवे की भूमि पर अवैध अतिक्रमण तोडऩा शुरू कर दिया है। इस दौरान रेलवे के ईओडब्ल्यू के अधिकारी, रेलवे इंजीनियर विभाग अधिकारी और कर्मचारियों के अलावा आरपीएफ दल बल के साथ जेसीबी लेकर पहुंचा। रेलवे जमीन पर अतिक्रमण कर मकान बनाने वालों के मकानों को जेसीबी से तोड़ा गया।
रेलवे का कहना है कि यहां पर सौ से अधिक मकान रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण कर बने हैं। कुछ लोगों ने कहा कि उनके पास इस जमीन के पट्टे हैं, लेकिन रेलवे इसे मान्यता नहीं दे रही है।
बता दें कि यहां रहने वालों को एक पखवाड़ा से अधिक पहले ही नोटिस दिये गये थे। रेलवे का अमला उस वक्त भी अतिक्रमण तोडऩे पहुंचा था लेकिन कांग्रेस ने और स्थानीय लोगोंं ने उस वक्त विरोध किया था तो कार्रवाई रोक दी गई थी। आज फिर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर कई पक्के मकानों को तोड़ा गया।