होशंगाबाद/इटारसी। कोई भी काम असंभव नहीं होता, कुछ कर गुजरने की इच्छा शक्ति से हर काम संभव हो जाता है। यह कहानी है होशंगाबाद के तहसील इटारसी के रहने वाले शैलेंद्र खंडेलवार की। शैलेंद्र ने अपनी 12 वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंदौर सहित विभिन्न जगहों पर प्राइवेट नौकरियां की, लेकिन उनकी चाह स्वयं के रोजगार स्थापित करने की थी, पैसे के अभाव में उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पा रही थी। ऐसे में शैलेंद्र को पता चला की उन्हें जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा संचालित स्वरोजगार योजना से ऋण मिल सकता है, जिसके बाद उन्होंने ऋण के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र होशंगाबाद से संपर्क किया जहां से उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (Prime Minister’s Employment Generation Program) के तहत चप्पल निर्माण इकाई के लिए मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक सूखतावा से 6 लाख 49 हजार का ऋण प्राप्त हुआ ।योजना में निहित प्रावधान के तहत उन्हें अनुसूचित जाति वर्ग एवं इकाई ग्रामीण ग्रामीण क्षेत्र में होने से 35 प्रतिशत सब्सिडी मतलब 2 लाख 27 हजार का लाभ भी मिला। शैलेंद्र बताते हैं कि चप्पल निर्माण इकाई से प्रतिमाह उन्हें 80 हजार से 1 लाख रुपए प्राप्त होते हैं। साथी उनके द्वारा 5 लोगों को रोजगार भी प्रदान किया गया है। बैंक लोन की किश्त, वेतन भुगतान, बिजली बिल, कच्चे माल एवं विभिन्न बकाया चुकाने के पश्चात भी उन्हें मासिक 20 से 25 हजार रुपए की आमदनी प्राप्त हो रही हैं, जिससे वे अपने परिवार का भरण पोषण अच्छे से कर पा रहे हैं।