आचार्य अभ्यास वर्ग में धर्मांतरण और नयी शिक्षा नीति पर बात रखी

Post by: Poonam Soni

इटारसी। विद्या भारती जनजाति क्षेत्र की शिक्षा कार्य में सक्रिय भाऊराव देवरस सेवा न्यास सरस्वती संस्कार केंद्र जिला नर्मदापुरम का आचार्य अभ्यास वर्ग 02 एवं 03 अक्टूबर 2021 को सरस्वती शिशु विद्या मंदिर मालवीय गंज इटारसी में हुआ।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि अभिषेक तिवारी उपाध्यक्ष सरस्वती शिक्षा समिति इटारसी, पंकज चौरे संचालक न्यू मेकलसूता आईटीआई इटारसी एवं प्रेमदास भरोसे जनजाति क्षेत्र शिक्षा नर्मदापुरम् के जिला प्रमुख उपस्थित रहे।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि अभिषेक तिवारी ने धर्मांतरण – एक चुनौती विषय पर अपने उद्बोधन में भारत में धर्मांतरण की पृष्ठभूमि, कार्यशैली, उद्देश्य और इसके राष्ट्र और समाज पर पडऩे वाले गंभीर दुष्परिणामों से अवगत कराया। विभिन्न छ्द्म संगठनों के माध्यम से वनवासी क्षेत्रों में भोलेभाले आदिवासी बंधुओं को बहला फुसला कर सनातन धर्म से दूर करने का षड्यंत्र किया जा रहा है जिसका हमें हर स्तर पर प्रबल प्रतिरोध करना चाहिये।
पंकज चौरे ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New National Education Policy) के बारे में बताते हुए कहा कि 10+2 शैक्षिक मॉडल के स्थान पर शैक्षिक पाठ्यक्रम को 5+3+3+4 प्रणाली के आधार पर विभाजित किया है। प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में होगी और तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष ध्यान रहेगा और विषय चयन में समूह की बाध्यता समाप्त कर दी गई है।
अंत में संकुल प्रमुख जयराम धुर्वे ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। वर्ग में नर्मदापुरम् के प्रवासी कार्यकर्ता असरथ धुर्वे, जयराम धुर्वे, संकुल प्रमुख सुग्रीव ढीकू, जयसिंह बारस्कर, भैयालाल चौहान, खेतसिंह धुर्वे, सुशील कास्दे उप संकुल प्रमुख व 8 जनजाति ग्रामों से आचार्य, सोनू, भुकराम, राजेन्द्र, लक्ष्मीदीप, गणेशप्रसाद, धर्मसिंह, आरती, वैजयंती सहभागी बने।

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