इटारसी। शहर के व्यापारियों ने नगर पालिका(Nagarpalika) से लॉकडाउन अवधि(Lockdown period) और उसके बाद भी कोरोना काल में अब तक की करीब छह माह की किराया माफी की मांग की है। संयुक्त व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों ने आज नगर पालिका में प्रभारी सीएमओ को एक ज्ञापन देकर यह मांग की है। संयुक्त व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में मार्च से अगस्त तक व्यापार बुरी तरह से प्रभावित रहा। बंद ने व्यापारियों की आर्थिक स्थिति खराब कर दी। इसी बीच व्यापार सालभर 75 प्रतिशत का होता है, इन्हीं महीनों में त्योहार, शादियां होती हैं, किन्तु संक्रमणकाल में शासन द्वारा बाजार क्षेत्र को बंद करने से व्यापारी की हालत बहुत कमजोर हो गयी है। हम व्यापारी सालों से नगर पालिका परिषद की दुकानों के किरायेदार हैं, तथा समय-समय पर टैक्स-किराया(Tax-Rentals) जमा करते हैं। अत: दुकानदारों को संकट की इस घड़ी में राहत प्रदान करते हुए छह माह का किराया पूर्णत: माफ किया जाए।
इस अवसर पर संयुक्त व्यापार महासंघ के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल(Deepak agrawal) सहित पंकज राठौर(pankaj rathor), कन्हैया गुरयानी(Kanhaiya guryani), सराफा व्यापार एसोसिएशन से यज्ञदत्त गौर(Yagdatt gour), अर्जुन भोला(Arjun bhola) भी उपस्थित थे। अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि कोरोनाकाल में सारा विश्व संकट से जूझ रहा है। इटारसी में भी करीब 16 सौ छोटे-बड़े व्यापारी हैं, जिन्हें लॉकडाउन अवधि से अभी तक दुकानें बंद रहने से लाखों का नुकसान उठाना पड़ा है। हमारी मांग है कि इस छह माह की अवधि का किराया माफ किया जाए। शासन ने ट्रांसपोर्टरों को भी टैक्स माफ करके राहत दी है, हमारा भी हक है, हमने ज्ञापन में यही मांग की है। प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी आरके जोशी ने कहा कि लॉकडाउन काल में दुकानें बंद रहने से व्यापारियों को नुकसान हुआ है, अत: उनका इस अवधि का किराया माफ किया जाए, ऐसी मांग व्यापारियों ने की है। हम इसका प्रस्ताव बनाकर संचालनालय भेजेंगे, कोशिश की जाएगी कि व्यापारियों को कुछ राहत मिले।