मप्र से प्रशिक्षित सर्वाधिक खिलाड़ी टोक्यो ओलम्पिक में करेंगे देश का प्रतिनिधित्व
भोपाल। प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Youth Welfare Minister Yashodhara Raje Sindhiya) की खेलों के विकास में ली जा रही विशेष रूचि और उनके अथक प्रयासों के चलते खेलों के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में रोल मॉडल बनकर उभर रहा है। प्रदेश के खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर देश और मप्र को गौरवान्वित कर रहे हैं। इस बार टोक्यो ओलंपिक में मध्य प्रदेश के सर्वाधिक खिलाड़ी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे।
ओलम्पिक में भागीदारी करने वाले मध्य प्रदेश से प्रशिक्षित खिलाडिय़ों में एश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (शूटिंग), प्राची यादव (पैरा कयाकिंग केनोइंग), विवेक सागर प्रसाद और नीलाकांता शर्मा (पुरूष हॉकी), सुशीला चानू, मोनिका, वन्दना कटारिया (महिला हॉकी) शामिल हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश से प्रशिक्षित रिजर्व खिलाड़ी के रूप में चिंकी यादव एवं सुनिधि चौहान (शूटिंग), रीना खोखर एवं ई. रजनी (महिला हॉकी) का भी चयन किया गया है।
पैरा शूटिंग खिलाड़ी रूबिना फ्रांसिस भी ओलम्पिक में भागीदारी की प्रबल दावेदार हैं। हाल ही में पेरू में आयोजित विश्व पैरा शूटिंग चैम्पियनशिप में रूबिना फ्रांसिस ने रिकार्ड प्रदर्शन कर भारत को स्वर्ण पदक के साथ ओलम्पिक कोटा भी दिलाया है। मध्य प्रदेश में प्रशिक्षित अकादमी के पूर्व खिलाड़ी विभिन्न संस्थानों में कार्यरत हैं और देश का मान बढ़ा रहे हैं।
खिलाडिय़ों को अवसर दिलान सरकार प्रतिबद्ध
खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि प्रदेश के खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा प्रदर्शन के अधिकतम अवसर दिलाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। उन्होंने ओलम्पिक में प्रदेश के सर्वाधिक खिलाडिय़ों के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी खिलाडिय़ों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने खिलाडिय़ों को तराशने वाले सभी प्रशिक्षकों को भी बधाई दी है।
खेल अकादमियों से तैयार स्टार खिलाड़ी
संचालक खेल और युवा कल्याण श्री पवन जैन ने बताया कि वर्ष 2006 में प्रारंभ महिला हॉकी अकादमी के माध्यम से खिलाडिय़ों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण एवं खेल सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। जिसका परिणाम है कि अकादमी से अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी तैयार हुई जिनमें से अधिकांश खिलाड़ी पिछले रिओ ओलम्पिक की भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल थी। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार वर्ष 2007-08 में भोपाल में पुरूष हॉकी अकादमी की स्थापना की गई। इस अकादमी के माध्यम से भी कई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार हुए। इनमें से नीलाकांता शर्मा और विवेक सागर प्रसाद का ओलम्पिक की भारतीय पुरूष हॉकी टीम में चयन होना मध्य प्रदेश के लिए गौरव की बात है।
मैडल की दावेदार भारतीय टीम
पुरूष हॉकी अकादमी भोपाल के मुख्य प्रशिक्षक अर्जुन एवं द्रोणाचार्य अवार्डी राजिन्दर सिंह ने नीलाकांता और विवेक सागर के भारतीय टीम में चयन होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों प्रतिभावान खिलाड़ी हैं, जिनके प्रदर्शन में दिनों-दिन निखार आया है। उन्होंने भारतीय पुरूष हॉकी टीम को मेडल की दावेदार बताते हुए कहा कि ओलम्पिक में हमारी टीम अच्छा प्रदर्शन करेंगी और पदक जीतकर देश का नाम रौशन करेंगी।
महिला हॉकी अकादमी ग्वालियर के मुख्य प्रशिक्षक एवं लाईफ टॉइम एचिव्हमेंट अवार्डी श्री परमजीत सिंह बरार ने कहा कि महिला हॉकी अकादमी ग्वालियर ने देश को अनेक स्टॉर खिलाड़ी दिए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम भी ओलम्पिक में पदक की प्रबल दावेदार है। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
विवेक सागर प्रसाद की उपलब्धियां
होशंगाबाद जिले की इटारसी तहसील के ग्राम शिवनगर चांदौन में मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे शिक्षक रोहित प्रसाद के बेटे विवेक सागर (Vivek Sagar) ने वर्ष 2018 में फोर नेशंस टूर्नामेंट, कॉमनवेल्थ गेम्स, चैम्पियन ट्रॉफी, यूथ ओलम्पिक, न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज, एशियन गेम्स तथा वर्ष 2019 में अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट, आस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज और फाइनल सीरीज भुवनेश्वर जैसी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। विवेक सागर को यूथ ओलम्पिक में बेस्ट स्कोरर और फाइनल सीरीज भुवनेश्वर में बेस्ट जूनियर प्लेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया। एशियाड 2018 में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली भारतीय टीम में शामिल मिडफिल्डर हॉकी खिलाड़ी विवेक 62 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं, जिन्हें वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश शासन द्वारा एकलव्य अवार्ड से सम्मानित किया है।