पुरानी इटारसी को अब मिलेगा पर्याप्त पानी
इटारसी। शनिवार से पुरानी इटारसी को पर्याप्त पानी मिलेगा, इसके लिए नगर पालिका का जल विभाग उपनगरीय क्षेत्र की जल वितरण व्यवस्था में कुछ बदलाव कर रहा है। ऐसी ही व्यवस्था पिछले वर्ष भी की गई थी। नई व्यवस्था में पुरानी इटारसी के लोगों के जल वितरण समय में भी बदलाव किया जा रहा है।
नगर पालिका का जल विभाग जल संकट से जूझ रहे पुरानी इटारसी के लिए पिछले वर्ष की तरह जल वितरण के समय में बदलाव कर रहा है। अब यहां सुबह 6-7 बजे के स्थान पर सुबह लगभग 11-12 के बीच जल वितरण करेगा। यह व्यवस्था पीपल मोहल्ला पेयजल टंकी से होने वाले वितरण के तहत होगी। टैंकर और वार्ड के ट्यूबवेल से पूर्व की तरह ही वितरण होगा।
पिछले वर्ष सफल रहा था प्रयोग
पिछले वर्ष भी जल संकट के वक्त ऐसा प्रयोग किया गया था। चूंकि लगातार बढ़ रही गर्मी से जलस्तर नीचे जा रहा है और टैंकरों और ट्यूबवेलों से दिया जाने वाला पानी भी अपर्याप्त हो रहा है, ऐसे में टंकी से सुबह एक साथ इटारसी और पुरानी इटारसी में पानी देने से दोनों ही जगह पानी पर्याप्त नहीं पहुंच पा रहा है। अब तक पुरानी इटारसी के अलावा आधा शहर को पीपल मोहल्ला की दो टंकियों को लोड करके पानी सप्लाई की जाती थी, अब दोनों स्थानों को अलग-अलग समय में दो बार टंकी लोड करके पानी सप्लाई किया जाएगा जिससे दोनों ही जगह के लोगों को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। इस नई व्यवस्था से पुरानी इटारसी में जल संकट को काफी हद तक हल किया जा सकेगा।
अब इस तरह होगा जल वितरण
अब रात को धौंखेड़ा के पंप से पीपल मोहल्ला की टंकियों को लोड करने के बाद सुबह 7 से 8 बजे तक एक घंटे शहर के बाजार क्षेत्र, मालवीयगंज, राज टाकीज के पास, बूढ़ी माता का आधा क्षेत्र में जल प्रदाय किया जाएगा। इस दौरान पुरानी इटारसी को जल वितरण नहीं होगा। यहां जल वितरण के बाद टंकियों को पुन: लोड करना शुरु करेंगे और लगभग आठ फुट टंकियां लोड होने के बाद सुबह 11-12 के बीच पुरानी इटारसी क्षेत्र के लिए जल वितरण किया जाएगा। इस तरह से अलग-अलग समय में जल वितरण करने से पुरानी इटारसी को भी पर्याप्त पानी मिल सकेगा और अन्य उन क्षेत्रों को भी जहां धौंखेड़ा के पंप के जरिए पीपल मोहल्ला की दोनों टंकियों से जल वितरण किया जाता है।
नई व्यवस्था से ये होगा फायदा
नगर पालिका के जल विभाग का मानना है कि इस नई व्यवस्था से इन क्षेत्र में जल संकट का काफी हद तक समाधान हो जाएगा और ऐसे में इन क्षेत्रों में जल वितरण के लिए वर्तमान में चल रहे टैंकरों को भी वहां से हटाकर अन्य उन क्षेत्रों में भेजा जा सकेगा जहां वर्तमान में जल संकट की स्थिति बन रही है और जहां इन टंकियों से जल वितरण का कार्य नहीं किया जाता है। वर्तमान में कई क्षेत्रों में जलस्तर नीचे चला जाने से जल संकट की स्थिति बन रही है, ऐसे में नगर पालिका सीमित संसाधनों से संकट को कम करने की कोशिश कर रही है। टैंकरों से जल वितरण किया जा रहा है, टैंकरों की संख्या कम होने से कई जगह टैंकर नहीं जा पा रहे हैं। टैंकर उन स्थानों पर भेजे जा सकेंगे।
इनका कहना है…!
ग्रीष्मकाल में लोगों को अधिक से अधिक पानी उपलब्ध हो सके, इसके लिए नई व्यवस्था की जा रही है, यह व्यवस्था गर्मी के मौसम के लिए अस्थायी है, विगत वर्ष भी ऐसा करके जल संकट को कम किया जा सका था.
सुरेश दुबे, सीएमओ
सोनासांवरी नाके पर नई व्यवस्था
सीएमओ सुरेश दुबे ने आज लगातार मिल रही शिकायत को देखते हुए सोनासांवरी नाका क्षेत्र का दौरा कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान पार्षद भरत वर्मा, हेल्थ आफिसर सुनील तिवारी, जल विभाग के जोन प्रभारी रविन्द्र जोशी भी मौजूद थे।
यहां सफाई में कमी की शिकायत मिलने पर सीएमओ ने अपनी मौजूदगी में सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश दिए साथ ही बारिश पूर्व की जा रही नाले-नालियों की सफाई का जायजा लिया। यहां सूरजगंज चौराह से सोनासांवरी नाले तक बड़े नाले की गैंग द्वारा सफाई करायी जा रही है। इस दौरान वार्ड की महिलाओं ने जल वितरण व्यवस्था में पंप आपरेटर द्वारा की जा रही मनमानी और महिलाओं से अभद्रता की शिकायत की। शेरसिंह की शिकायत मिलने पर सीएमओ श्री दुबे ने तत्काल प्रभाव से शेरा को वहां हटाने के निर्देश जल शाखा को दिए। सीएमओ के निर्देश पर शेरा को सोनांसावरी नाका से हटाकर सूरजगंज चौराह के पंप पर किया तथा उसके स्थान पर उमेश गिरी को सोनांसावरी नाका पंप पर भेजा है।
यहां दिए ये निर्देश
सीएमओ श्री दुबे ने यहां पंप आपरेटिंग टाइम में बदलाव कराया, इसके अलावा वार्ड में कुछ स्थानों पर पाइप लाइन में लीकेज की शिकायत होने पर उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए। जलस्तर कम होने की जानकारी मिलने पर यहां के बोर में पाइप की गहराई बढ़ाने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा जहां पानी की कमी हो रही है, वहां टैंकर से पानी सप्लाई करने के निर्देश दिए।