इटारसी। त्योहारी बाजार (Festival Market) के लिए चिह्नित जगह के अलावा कहीं अन्य कोई दुकान नहीं लगने दी जा रही है। सुबह से ही एसडीएम (SDM)और सीएमओ (CMO) के साथ नगर पालिका (Nagarpalika) और यातायात पुलिस का अमला बाजार में निर्धारित जगह के अलावा कोई भी बैठा दिख रहा है, उसे निर्धारित स्थान पर पहुंचा रहा है। इस दौरान कई दुकानदारों की नाराजी भी देखने को मिल रही है और छिटपुट बहस भी हो रही है। लेकिन, प्रशासन अपने निर्णय पर अडिग है और दीपावली का बाजार निर्धारित स्थान पर ही लगाने के लिए हर रोज कवायद कर रहा है।
बुधवार को सुबह तुलसी चौक पर झाड़ू की दुकान लगाये करीब आधा दर्जन महिलाएं सीएमओ हेमेश्वरी पटले से बहस कर रही थीं। उनको एक दिन पूर्व गांधी मैदान में तय बाजार में भेजा गया था, वे वहां से वापस तुलसी चौक पर आ गयीं। आज पुन: नगर पालिका और यातायात का अमला उनको हटाकर गांधी मैदान (Gandhi Maidaan) भेजने के लिए पहुंचा तो महिलाएं बहस करने लगीं। उनका कहना था कि वहां ग्राहकी नहीं हो रही है। प्रशासन ने उनकी कोई दलीलें नहीं सुनीं और वापस गांधी मैदान भेज दिया।
यहां जगह को लेकर बहस
जब ये महिलाएं अधिकारियों के कहने पर गांधी मैदान पहुंची तो गेट के पास ही दुकान लगाने की जिद करने लगीं। उन्होंने फल बाजार वाले द्वार से आडिटोरियम वाले गेट तक दुकानें लगाने की जिद की। सीएमओ ने कहा कि गेट के सामने जगह नहीं दी जाएगी। गेट छोड़कर कुछ दूर से दुकान लगाने को कहा तो वे बहस करने लगीं। हालांकि बाद में वे नगर पालिका के बताये स्थान पर दुकान लगाकर बैठ गयीं।
आग लगाने की दी धमकी
जिस वक्त बहस चल रही थी, कुछ उनको बहकाने वाले भी सक्रिय थे। कुछ ऐसे अवांछित तत्व थे, जो उनको तुलसी चौक में ही दुकानें लगाने के लिए बहका रहे थे। एक ढोल मास्टर से तो महिलाओं को बहकाते हुए कह दिया कि चलो एसडीएम के बंगले के सामने चलकर धरना देंगे, तो हमें यहां दुकान लगाने दी जाएगी। हालांकि आसपास के लोगों के समझाने और पुलिस को देख उसके होश ठंडे पड़ गये।
वाहनों को रोकने की जरूरत
गांधी मैदान में प्रशासन ने जिन छोटे व्यापारियों को दुकानें आवंटित की हैं, उनकी संख्या काफी अधिक है। यहां ग्राहकों की भीड़ बहुत होगी, ऐसे में व्यवस्था बिगडऩे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि जो भी आ रहा है, वह वाहन लेकर ही मैदान में घुस रहा है। इसके अलावा कुछ युवा वाहन चालक तो बाजार में जाने के लिए इसे शॉटकट रास्ते के तौर पर इस्तेमाल करते देखे गये।