इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी में महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ द्वारा राष्ट्रीय पोषण जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन महिलाओं की पोषण एवं आहार की समस्या एवं निदान विषय पर किया।
सरस्वती पूजन के पश्चात महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ प्रभारी एवं संयोजक डॉ अर्चना शर्मा ने आमंत्रित वक्ताओं का परिचय दिया एवं विषय प्रवर्तन किया। प्राचार्य डॉ राकेश मेहता ने महिलाओं को उचित पोषण देने की सलाह दी तथा कुपोषण क्या होता है, इसका सही अर्थ बताया। विशिष्ट वक्ता डॉ जयश्री त्रिपाठी आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार उत्तराखंड द्वारा विभिन्न उम्र में महिलाओं की स्वास्थ्य समस्या एवं पोषण पर प्रकाश डाला। परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास इटारसी योगेश घागरे ने बताया कि पुरुष की जिम्मेदारी है कि परिवार को संतुलित आहार प्राप्त हो। एम्स भोपाल से आये वक्ता मनोज सिंह चौहान ने जिला स्तरीय कुपोषित बच्चे और महिलाओं के आंकड़े बताए तथा पोषक तत्वों का महत्व बताया। सुपरवाइजर महिला विकास दीप्ति शुक्ला पाराशर ने लैंगिक भेदभाव पर प्रकाश डाला तथा एक हजार दिवस में महिलाओं के पोषण के बारे में बताया। सुपरवाइजर महिला बाल विकास इटारसी श्रीमती वर्षा पवार ने युवाओं को पोषण संबंधी जागरूकता के लिए सशक्त माध्यम बताया।
छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रस्तुतिकरण किया। श्रीमती सुशीला वरवड़े ने सह संयोजक के रूप में पोषण के विभिन्न आयाम बताते हुए सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन डॉ. एकता मालोनिया ने किया। संगोष्ठी में महाविद्यालय डॉ रश्मि तिवारी, डॉ सूसन मनोहर, मीरा यादव, नीलिमा तिवारी, शालिनी नेमा, डॉ अरविंद कुमार शर्मा, डॉ. ओपी शर्मा, डॉ. मुकेश जोठे, डॉ मुकेश बडोले, डॉ. जेपी चौरे सहित स्टाफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।