नरक से मुक्ति का मार्ग है ईश्वर का भजन : आचार्य मधुसूदन

Post by: Rohit Nage

इटारसी। जीआरपी स्थित श्री सिद्धेश्वर शिव मंदिर परिसर में श्री विष्णु महायज्ञ का आयोजन पंडित राम गोपाल मिश्रा के मार्गदर्शन में चल रहा है।

यज्ञ आचार्य पंडित अशोक शर्मा श्री विष्णु महायज्ञ में निरंतर आहुतियां डलवा रहे हैं। पवित्र भावना के साथ श्रद्धालुओं के द्वारा प्रतिवर्ष इस आयोजन में बढ़ चढ़कर भाग लिया जाता है। आयोजन के संयोजक पं. दीपक मिश्रा ने कहा कि श्री सिद्धेश्वर शिव मंदिर कि इस क्षेत्र में बड़ी मान्यता है एवं प्रतिवर्ष होने वाले श्री विष्णु महायज्ञ के दर्शन हेतु दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। प्रतिदिन होने वाले प्रवचन की श्रंखला में पशुपतिनाथ धाम के पीठाधीश्वर आचार्य मधुसूदन महाराज ने कहा कि जीवन में नरक से मुक्ति पाना है, तो इंसान को भगवान का भजन करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि देव और दानव दोनों ने मिलकर समुद्र मंथन किया लेकिन अमृत देवताओं के हाथ में आया और दानव देवताओं से काफी झगड़े। लेकिन अंतत: हारे मंथन में जो जहर निकला वह भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण किया। इसीलिए उनका कंठ नीला हुआ और वह नीलकंठेश्वर कहलाए। जो व्यक्ति जहर को पी सकता है, अथवा बुराइयों को पी सकता है और परोपकार की भावना रखता है, सेवा कार्य निरंतर करता है, तब यह मान लिया जाना चाहिए कि वह प्रभु का भजन कर रहा है और उसे स्वर्ग ही मिलेगा। यज्ञ एवं कथा समाप्ति के पश्चात आरती एवं प्रसाद वितरण संपन्न हुआ।

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