उपलब्ध सुविधाओं का समुचित उपयोग नहीं हो पा रहा है : कलेक्टर

Post by: Manju Thakur

डाक्टरो को नोटिस देने के दिये निर्देश
होशंगाबाद। कलेक्टर प्रियंका दास ने आज जिला अस्पताल पहुंचकर आयुष्मान भारत योजनाए डीडीआरसी एवं डीईआईसी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सिविल सर्जन डॉ सुधीर डेहरिया को निर्देशित किया कि वे अस्पताल परिसर में फ्लेक्स एवं बैनर लगवा कर आयुष्मान भारत योजना का प्रचार.प्रसार करें। उन्होंने योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए बनाये गये कियोस्क का निरीक्षण कर रजिस्टर का अवलोकन किया। रजिस्टर में दर्ज मरीजो से मिलने कलेक्टर मेल सर्जिकल वार्ड में पहुंची। मरीजो के रिकार्ड देखने पर ज्ञात हुआ कि निर्देशित करने के वाबजूद डाक्टर्स द्वारा ठीक से जानकारी दर्ज नही की जा रही है। साथ ही कुछ प्रकरणों में मरीजो को रेफर किये जाने का स्पष्ट कारण उल्लेखित नही है। कलेक्टर ने इस संबंध में डाक्टर आरके वर्मा, डाक्टर किंगर एवं डाक्टर विजयवर्गीय को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिये। उन्होंने वार्ड ड¬ूटी सिस्टर द्वारा मरीजो को न पहचानने पर भी नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा केवल आकड़ो में नहीं की जानी है। उन्होंने सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि वे जिला अस्पताल के समस्त स्टाफ को इसके संबंध में पुनः अच्छे से प्रशिक्षित करे। उन्होंने वार्ड में बेड की कमी के कारण दो मरीजो को एक बेड पर रखने अथवा बैंच पर बिठाने पर भी आपत्ति जाहिर की।
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उन्होंने कहा कि ऐसे स्थिति से निपटने के लिए वार्ड में अतिरिक्त बेड रखे जाएं। कलेक्टर ने वार्ड में अटेंडर्स की अत्यधिक भीड़ से निपटने के लिए एक मरीज के साथ एक अटेंडर एवं अटेंडर के लिए पास व्यवस्था जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अब हर जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में रैफर किये गये मरीजो की संख्या की भी समीक्षा की जायेगी। कलेक्टर ने अस्पताल भवन के प्रवेश द्वार पर स्ट्रेचर उपलब्ध न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि प्रवेश द्वार पर हर समय स्ट्रेचर एवं व्हील चेयर उपलब्ध होनी चाहिए।
कलेक्टर ने जिला अस्पताल परिसर में स्थित समर्पण केन्द्र में कार्यरत डीडीआरसी एवं डीईआईसी का निरीक्षण किया। उन्होंने दोनो संस्थाओं के प्रभारियों को आपसी समन्वय से काम करने की हिदायत देते हुए कहा कि उपलब्ध सुविधाओं का समुचित उपयोग नहीं हो पा रहा है। उन्होंने केन्द्र में स्थित विभिन्न विभागो का निरीक्षण कर वहां लाभान्वित होने वाले बच्चो एवं अन्य हितग्राहियों के रिकार्ड देखे। उन्होंने केन्द्र में स्थित प्ले एरिया का उपयोग न होने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को केन्द्र के सभी कक्षो में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए ताकि यहां होने वाली गतिविधियों की निगरानी की जा सके। उन्होंने नैदानिक मनोवैज्ञानिक विभाग में फलोअप के लिए लाये गये बच्चे प्रदीप की मां से उसके स्वास्थ की जानकारी ली। उन्होंने विभाग के प्रभारी को निर्देशित किया कि थैरपी के लिए लाये जाने वाले बच्चो के रिकार्ड पर बच्चो का फोटो अवश्य लगाएं। कलेक्टर ने वाक एवं श्रवण विभाग में थैरपी के लिए आने वाले मरीजों के रिकार्ड देंखे। वहां उपस्थित दिव्यांग हीरामणी के पति ने बताया कि उनकी पत्नी की पेंशन प्रारंभ नही हो पाई है । कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित उप संचालक सामाजिक न्याय श्रीमति प्रमिला वाईकर को शीघ्र कार्यवाही कर पेंशन प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष शिक्षा विभागए फिजियो थैरपी विभाग एवं आरबीएसके सेंटर का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने परिसर में स्थित दिव्यांग अनुभूति पार्क का निरीक्षण कर प्रभारी को निर्देश दिये कि वे अधिक से अधिक दिव्यांगो को पार्क में लाने का प्रयास करें। इसके लिए ब्लाक स्तर पर पीसीओ का सहयोग लें। इस अवसर पर कलेक्टर द्वारा जुमेराती निवासी गणेशराम को ट्रायसिकल एवं हलालपुर निवासी हीरामणी को दृष्टि बाधित छड़ी प्रदाय की गई।
इस अवसर पर सीएमएचओ श्री जीएस आवासिया डीएचओ डॉ नलिनी गोड़ए डीएचओ डॉ सुनीता कामले एवं जिला अस्पताल के अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

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