9 करोड़ किसानों को सम्मान निधि के कुल 18 हजार करोड़ रूपए अंतरित किए
होशंगाबाद। आज जो पैसा दिल्ली से चलता है वह सीधे किसानों के खातों में पहुंचता है। इससे बड़ा सुशासन क्या होगा। स्वण् अटल बिहारी वाजपेयी ने सुशासन को जीवन का हिस्सा बनाया और उन्ही की परिकल्पना के अनुरूप आज देश में सुशासन लागू हो रहा है। यह बात पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश को संबोधित कर कहा। उन्होंने कहा कि महान देशभक्त महामना पं. मदन मोहन मालवीय एवं राष्ट्र निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर में उन्हें सादर नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि आज देश के 9 करोड किसानों के खातें में 18 हजार करोड़ रूपए की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित की जा रही है। इसके अंतर्गत मध्यप्रदेश के 78 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं। इसके बाद बाबई पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून का राज रहेगा, गुंडे बदमाशों का नहीं। किसान कानूनों के संबंध में भ्रांतियों को दूर करने के लिए प्रदेश के सभी विकासखंडों में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। किसानों की सभी भ्रांतियां दूर की जाएंगी। 8 हजार किसानोें के खातों में अब तक 82422 करोड़ की राशि पहुंचाई गई।
लागत की डेढ़ गुना एमएसपी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट अनुसार किसानों की फसल की लागत का डेढ़ गुना एमएसपी (MSP) निर्धारित की तथा अधिक फसलों को इसके दायरे में लाया गया।
21 सदी में कृषि को आधुनिक बनाना ही होगा
कृषि से किसानों की आय में वृद्धि के लिए 21वीं सदी में कृषि को आधुनिक बनाना ही होगा। ये तीनों कृषि सुधार कानून इसी दिशा में उठाया गया कदम है। सरकार किसानों को गांव के पास ही भंडारण सुविधा उपलब्ध कराएगी तथा कोल्ड स्टोर चैन का विस्तार किया जाएगा।
अब कोई किसान को ठग नहीं सकता
कृषि अनुबंध कानून के अंतर्गत अब व्यापारी, अनुबंधकर्ता किसान को फसल का तय मूल्य देने के लिए कानून बाध्य है। अब कोई किसान को ठग नहीं सकता। अनुबंध करने पर अनुबंधकर्ता किसान को गुणवत्तापूर्ण फसल पैदा करने में सहायता भी करेगा। किसान की फसल बर्बाद होने पर भी अनुबंधकर्ता को फसल का निर्धारित मूल्य देना ही होगा। किसान जब चाहे अनुबंध समाप्त कर सकता है। परन्तु व्यापारी नहीं।
अब किसी से ज्यादा ब्याज पर पैसे न लें
शासकीय योजनाओं के किसान हितग्राहियों से संवाद के दौरान कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड से सरकार कम ब्याज दर पर ऋण दिलवाती है। अब वे किसी से ज्यादा ब्याज पर ऋण न लें। किसानों ने बताया कि उन्हें किसान सम्मान निधिए, किसान क्रेडिट कार्ड, समर्थन मूल्य खरीदी, फसल बीमा योजना सिंचाई योजनाओं आदि का लाभ मिला है।
फसल खरीदी अनुबंध के लिए बना रहे हैं सरल प्रोफार्मा
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के लिए लाभदायक हैं। अब किसान मंडी में अथवा मंडी के बाहर कहीं भी अपनी फसलें बेच सकता है। प्रदेश में मंत्री शुल्क को घटाकर 50 पैसा कर दिया गया है। किसानों से फसल खरीदी अनुबंध के लिए मध्यप्रदेश सरकार एक सरल प्रोफार्मा बना रही है। जिससे किसानों को अनुबंध में आसानी हो तथा कोई भी किसानों के साथ गड़बड़ी न कर सके।
किसानों की सुविधा के लिए मोबाइल एप
मुख्यमंत्री चैहान ने कहा कि अब किसानों को सेवाओं के प्रदाय के लिए मोबाइल एप बनाया जा रहा है। इसके माध्यम से फसल बुवानीए नामांतरणए डायवर्सनए सीमांकन आदि की सुविधा प्राप्त होगी। अब गरीब युग समाप्त हो गया है। एक उपकरण के माध्यम से सीधे सीमांकन हो जाएगा। गैर विवादित नामांतरण के लिए सीधे ऑनलाइन आवेदन करने पर कार्य हो जाएगा। पटवारी सोमवार और गुरूवार को आवश्यक रूप से पटवारी हल्के पर उपस्थित रहेंगे।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर मंच पर सांसद उदय प्रताप सिंह (MP Uday Pratap Singh), विधायक सीताशरण शर्मा (MLA Sitasharan Sharma), विधायक विजय पाल सिंह (MLA Vijay Pal Singh), सरताज सिंह (Sartaj Singh), माधव अग्रवाल (Madhav Agrawal), शिव चौबे (Shiv Chaubey)और अन्य जनप्रतिनिधि एवं नर्मदापुरम कमिश्नर रजनीश श्रीवास्तव (Commissioner Rajneesh Srivastava), पुलिस महानिरीक्षक जे एस कुशवाह (Inspector General of Police JS Kushwaha), कलेक्टर धनंजय सिंह (Collector Dhananjay Singh), पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर (SP Santosh Singh Gaur), जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम (District Panchayat CEO Manoj Sariyam) उपस्थित थे।