होशंगाबाद। कलेक्ट्रेट के रेवा सभागार में दिव्याग कल्याण के लिये गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक मे लीगलगार्जियनशिप के एक प्रकरण को मंजूरी दी गयी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने कहा कि दिव्यागो की स्वास्थ्य जांच के लिये हर विकासखंड मे शिविर लगाये। इनमे विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात करे। जांच में यदि कोई दिव्यांग आपरेशन के योग्य पाया जाये तो स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से उसका नि:शुल्क आपरेशन कराये।
कलेक्टर ने कहा कि चिन्हित दिव्यागों को निरामय बीमा योजना के तहत हर वर्ष 1 लाख रूपये तक की उपचार सहायता दी जाती है। इसका प्रीमियम भी शासन द्वारा दिया जाता है। इस बीमा योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करें। जिससे अधिक से अधिक दिव्यांग इसका लाभ उठा सकें। हर पात्र दिव्यांग को कृत्रिम उपकरण, पेंशन तथा अन्य लाभ दे। लीगलगार्जियनशिप के आवेदन आनलाईन दर्ज होते है। इनका समयसीमा में परीक्षण कर लीगलगार्जियनशिप जारी करायें। इसके आवेदन लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से दर्ज करायें।
बैठक में पिपरिया के मानसिक मंदता आवेदक आदिल खान के लीगल गार्जियनशिप के आवेदन को मंजूरी दी गयी। उनकी माता सवीना खान को उनका गार्जियन बनाया गया। बैठक में उपसंचालक समाजिक न्याय श्रीमती प्रमिला वाईकर ने बताया कि लीगल गर्जियनशिप के 9 आवेदन पत्र प्राप्त हुए है। इनका शीघ्र निराकरण किया जायेगा। लीगल गार्जियनशिप का लाभ बहु विकलांग, आरिज्म, सेरेवल पाल्मी तथा मानसिक मंदता से पीडित दिव्यागों को दिया जाता है। इसके लिये आनलाईन आवेदन होता है। जिले के 3078 दिव्यांग दर्ज है। इनमें पात्र 2077 बहु विकलांगों को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। गत वर्ष शिविर में चिन्हित 6 दिव्यागों को आपरेशन की नि:शुल्क सुविधा स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गयी।
बैठक में उपसंचालक ने बताया कि श्रवण वाधित दिव्यागों के लिये जून माह में जिला स्तरीय शिविर स्वयंसेवी संस्था के सहयोग से लगाया जायेगा। इसमें दिव्यागों तथा वृद्धजनों को नि:शुल्क श्रवण यंत्र प्रदान किये जायेगे। इस वर्ष अब तक दिव्यागों को 2174 कृत्रिम उपकरण वितरित किये जा चुके है। नि:शक्तता प्रमाण पत्र के लिये प्रत्येक शुक्रवार को जिला मेडिकल बोर्ड की बैठक जिला पुनर्वास केन्द्र में होती है। बैठक मे सिविल सर्जन डॉ रवि शर्मा, जिला समन्वयक लोक सेवा गांरटी मनोज झेरवार, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे।