इटारसी। शासकीय कन्या महाविद्यालय में छात्रों में ‘आत्मरक्षा के गुर का प्रवर्धन’ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय व्याख्यान एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन दिवस पर प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत महाविद्यालय ने छात्राओं को सबल बनाने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया तथा भविष्य में भी शिक्षा के साथ छात्राओं के हित में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
प्रशिक्षक मोना मिश्रा (तिवारी) ने छात्राओं को आत्मरक्षा तकनीक, उसके प्रयोग के तरीके, स्वयं की सुरक्षा एवं आत्मरक्षा के दौरान ध्वनि संचालन की विधियों का प्रशिक्षण दिया। विश्व बैंक परियोजना प्रभारी डॉ. कुमकुम जैन ने कहा कि महाविद्यालय के द्वारा आयोजित प्रशिक्षण से प्राप्त योग्यता से छात्राओं को जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी सफलता प्राप्त होगी। प्राध्यायपक डॉ. श्रीराम निवारिया ने कहा कि आत्मपरक्षा हमारी प्राथमिक जरूरत है, प्रशिक्षण प्रत्येाक क्षेत्र में सटीकता निर्मित करता है। डॉ. शिरीष परसाई ने कहा कि प्रशिक्षण से छात्राओं की सुरक्षा के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में सुखद बदलाव होगा जो उनकी शिक्षा, नौकरी व सामान्य जीवन के लिए हितकर होगा।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. संजय आर्य ने कहा कि सभी छात्राऐं दूर दराज के क्षेत्रों से शिक्षा ग्रहण करने आती हंै इसलिये आज के दौर में छात्राओं का आत्मरक्षा प्रशिक्षण आवश्यक है। कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम हम सभी के लिए बहुत उपयोगी हैं। हम प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान से हम स्वयं व अन्य लोगों की सुरक्षा कर सकते हंै। प्राचार्य एवं प्राध्यापकों ने प्रशिक्षक श्रीमती मोना मिश्रा (तिवारी) को प्रमाण-पत्र प्रादान किया। इस अवसर पर डॉ. पुनीत सक्सेना, डॉ. शिखा गुप्ता, तरूणा तिवारी, रश्मी मेहरा, क्षमा वर्मा, मयंक तिवारी व अनेक छात्राएं उपस्थित रहीं।